ज्योति रथ सबसे पहले धमौल और बलियारी गांव पहुंचा
प्रतिनिधि,
हिसुआ.
तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को हिसुआ में दिव्य अखंड ज्योति रथ हिसुआ पहुंचा, जहां ज्योति के दर्शन और संदेशों को आत्मसात करने को लेकर अच्छी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में भ्रमण को लेकर ज्योति निकाली गयी है. ज्योति रथ सबसे पहले धमौल और बलियारी गांव पहुंचा. यहां लोगों ने ज्योति का दर्शन किया. उसके बाद हिसुआ नगर स्थिल बरनवाल सेवा सदन के समीप ज्योति पहुंची, जहां हिसुआ गायात्री परिवार और नगर के श्रद्धालुओं ने ज्योति का दर्शन किया और रथ में चल रहे आर्चाय के माध्यम से गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा के संदेशों से रूबरू हुए. बरनवाल सेवा सदन में प्रसाद, भोजन और विश्राम की व्यवस्था थी. गायत्री शक्तिपीठ की संयोजिका चंपा दीदी के नेतृत्व में श्रद्धालु उपस्थित थे. सेवा सदन के सौजन्य से सेवा की गयी. उसके बाद रथ पांचू शिवालय, प्रोफेसर कॉलोनी, बीच बाजार काली स्थान में कलश पूजन हुआ. लगभग जगहों पर रथ का स्वागत फूल-माला, कलश पूजन और ढोल-बाजे के साथ हुआ. शक्तिपीठ में शाम को दीप महायज्ञ हुआ. बता दें कि गायत्री परिवार की संरक्षिका व स्नेह सलिला माताजी गुरु पत्नी का अवतरण 1926 को हुआ था. परम पूज्य गुरुदेव के गुरु स्वामी सर्वेश्वरानंद जी बसंत पंचमी 1926 को दीपक की लौ में उनको प्रथम बार दर्शन दिया था. 2026 अखंड दीपक प्राकट्य शताब्दी व माता का जन्म शताब्दी वर्ष होने पर ज्योति निकाली गयी है. ज्योति 1926 से लगातार प्रज्वलित है. मौके पर हिसुआ गायत्री शक्ति पीठ के पप्पू, सुनील सिंह, यशवंत बरनवाल, रामानुज शर्मा, आनंद प्रकाश, संतोष रूहानी, उदित, मीरा देवी, लक्ष्मी बरनवाल, सरोज कंधवे, सुनीता वर्णवाल, पिंकी मिश्रा, माधवी देवी, मुन्नी देवी, किरण, रिमझिम, वीणा पुरुषोत्तम कुमार, गिरजेश कुमार आदि उपस्थित रहे. इसको लेकर 15 दिनों से तैयारी में जुटे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है