एकजुट हो जाओ, काम करो, खत्म करो की थीम पर चल रहा कुष्ठ मुक्त जिला अभियान
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय.
कुष्ठ रोग के अभिशाप को समाप्त करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग कुष्ठ रोगियों पर तेजी से कम कर रहा है. भारत सरकार से मिले लक्ष्य के अनुसार 2027 में भारत को कुष्ठ मुक्त बनाया जायेगा. भारत सरकार 2027 तक कुष्ठ रोग के शून्य संचरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस उद्देश्य के लिए एक राष्ट्रीय रणनीतिक योजना और रोडमैप (2023-2027) शुरू किया गया है. विश्व कुष्ठ दिवस हर साल जनवरी के आखिरी रविवार को मनाया जाता है. कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों का सम्मान करने, बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और कुष्ठ रोग से संबंधित कलंक और भेदभाव को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है. गांवों में मरीजों की खोज के लिए कई कार्यक्रम चल रहे हैं. विश्व कुष्ठ दिवस 2025 की थीम एकजुट हो जाओ, काम करो, खत्म करो है. इसका उद्देश्य कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना, कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर कर कुष्ठ रोग को खत्म करने के लिए सहयोगात्मक कार्रवाई करना है.शुरू में हुआ इलाज, तो बच सकती है जान
माइको बैक्टीरियम लेप्री नामक जीवाणु के कारण होने वाला एक पुराना संक्रामक रोग है. यह मुख्य रूप से त्वचा, परिधीय तंत्रिकाओं, ऊपरी श्वसन तंत्र, आंखों और अंडकोष को प्रभावित करता है. कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और प्रारंभिक अवस्था में उपचार से विकलांगता से बचा जा सकता है. लक्ष्य को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति जिले में कुष्ठ से संबंधित आये दिन अनेकों कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग कुष्ठ की बीमारी की पहचान व इलाज को लेकर जन जागरूकता अभियान के दौरान गांव की गलियों से लेकर शहर के चौक-चौराहों पर नुक्कड़ नाटक व अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. कुष्ठ रोगियों का इलाज 12 महीने दो तरीके से किया जाता है. वैसे मरीज जो ज्यादा गंभीर अवस्था में होते हैं, उनका इलाज 12 महीने चलता है. जो काम गंभीर होते हैं, उन्हें छह माह में इलाज देकर ठीक कर दिया जाता है.
फिजियोथैरेपी की व्यवस्था
कुष्ठ रोगियों के लिए सदर अस्पताल में नि:शुल्क दवाई के साथ-साथ फिजियोथैरेपी की भी व्यवस्था की गयी है. फिजियोथेरेपी के लिए डॉ राजीव रंजन, डॉ सुभाष सिंह महतो, डॉ सामोद कुमार और डॉ विश्वजीत सेवा प्रदान करते हैं. कुष्ठ रोगियों के लिए पीएमडब्ल्यू गायत्री कुमारी के द्वारा सेवा उपलब्ध कराई जा रही है.जिले में मरीजों की संख्या व दवा देने की
स्थिति
प्रखंड पीबी एमबी कुल
नवादा ग्रामीण 19 20 39 नवादा शहरी 00 05 05 वारसलीगंज 12 10 22 अकबरपुर 12 26 38 गोविंदपुर 13 04 17 रजौली 24 07 31 नरहट 07 14 21 हिसुआ 13 08 21 सिरदला 06 21 27 कौआकोल 06 08 18 पकरीबरावां 08 11 19 नारदीगंज 02 14 16 रोह 11 18 29 काशीचक 05 12 17 मेसकौर 07 08 15 कुल 145 186 331 अप्रैल 2025 05 09 14 मई 2025 03 05 08क्या कहते हैं अधिकारी
कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज को जागरूक होना पड़ेगा और समाज को पहला करना पड़ेगा. सरकारी सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कुष्ठ रोगियों का इलाज उपलब्ध है.डॉ राजकिशोर प्रसाद, एएमसीओ सह जिला कुष्ठ चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है