संवाददाता, पटना प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में कम बजट में एडमिशन कराने का झांसा देकर 10.30 लाख की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. आरोप डाकबंगला चौराहा स्थित एक कैरियर काउंसेलिंग सेंटर से जुड़े गोैरव सिंह उर्फ राज गौरव, रूचि कुमारी, रानी कुमारी व कुछ अन्य लोगों पर है. इन सभी के खिलाफ दानापुर के गोला रोड की रहने वाली विनिता कुमारी ने कोतवाली थाने में केस दर्ज करा दिया है. पुलिस आरोपों के बाबत जांच कर रही है. कोतवाली थानाध्यक्ष राजन कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. विनिता कुमारी ने दर्ज कराये गये केस में बताया है कि वह अपनी बेटी को नीट यूजी की परीक्षा दिलाने के लिए डीवाइ पाटिल इंटरनेशनल स्कूल में गयी थी. परीक्षा के दौरान ही कई लोग सेंटर के बाहर अपने कोचिंग संस्थानों व एमबीबीएस व बीडीएस आदि कोर्सों में नामांकन के लिए प्रचार सामग्री दे रहे थे और मोबाइल नंबर भी मांग रहे थे. इसके बाद वह बेटी के प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस में नामांकन के लिए डाकबंगला चौराहा स्थित एक कैरियर काउंसेलिंग सेंटर में गयी. जहां काउंसेलिंग करने वाले गौरव सिंह उर्फ राज गौरव से मुलाकात हुई. इसके बाद उन्होंने यह आश्वासन दिया कि नीट यूजी में 250 अंक तक प्राप्त छात्रों का कम बजट में प्राइवेट कॉलेज में नामांकन हो जायेगा. साथ ही एमबीबीएस कोर्स को पूर्ण करने के लिए 40 से 48 लाख रुपये का बजट बताया. इस पर वह सहमत हो गयी. इसी बीच कंपनी से उन्हें रानी कुमारी ने फोन किया कि आपकी बेटी का चयन टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज यूपी में हो गया है. इसके बाद उन्होंने कुल 10.30 लाख रुपया गौरव सिंह व अन्य के खाते में डाल दिया. लेकिन वहां जाने के बाद पता चला कि इस कॉलेज में पढ़ाई के लिए कुल बजट 71 लाख रुपये से अधिक है. जब वापस रुपये देने की मांग की गयी तो नहीं लौटायी गयी है.
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