संवाददाता,पटना भारत निर्वाचन आयोग ने बताया है कि अभी तक जिन मतदाताओं के गणना फाॅर्म जमा कराये गये हैं, उनके फाॅर्म जमा करने की पावती के रूप में बार-बार एसएमएस भेजे गये हैं. इस प्रक्रिया की शुरुआत से अब तक कुल 10.2 करोड़ एसएमएस भेजे जा चुके हैं. आयोग ने स्पष्ट किया है जो युवा मतदाता जिनकी उम्र एक जुलाई, 2025 को 18 वर्ष की हो गयी है, या एक अक्तूबर, 2025 को या उससे पहले 18 वर्ष पूरा हो जायेगा. उन्हें घोषणा पत्र के साथ फाॅर्म-6 में अपना आवेदन दाखिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. इसके लिए एक अगस्त से एक सितंबर तक पूरे बिहार में विशेष अभियान चलाया जायेगा. राज्य में 243 विधानसभा क्षेत्रों के इआरओ और 2976 एइआरओ पहले से किसी भी दावे और आपत्तियों की जांच और निर्णय लेने की स्थिति में हैं. आयोग ने यह भी स्पष्ट आदेश दिया है कि ड्राफ्ट मतदाता सूची से कोई भी नाम नहीं हटाया जायेगा. मतदाता इआरओ के किसी भी निर्णय के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट और उसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष अपील कर सकते हैं. आयोग द्वारा रविवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि गणना चरण के दौरान राज्य में 91.69 प्रतिशत मतदाताओं के गणना फाॅर्म जमा हो चुके हैं जबकि 2.83 प्रतिशत मतदाताओं की मृत्यु होने की आशंका है. इसी प्रकार से 4.59 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना स्थायी निवास स्थान बदल लिया है तो 0.89 प्रतिशत मतदाताओं का नाम एक से अधिक स्थान पर दर्ज है. आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि एसआइआर के पीछे 10 उद्देश्य थे. जिससे की सभी मतदाताओं और सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी सुनिश्चित की जाये. राज्य में 24 जून को मतदाताओं की संख्या सात करोड़ 89 लाख थी, जिनमें से सात करोड़ 24 लाख से अधिक मतदाताओं ने गणना फाॅर्म जमा करा दिया है. इस पूरी प्रक्रिया में एक लाख 60 हजार बीएलए की पूरी भागीदारी रही. एसआइआर के दौरान राजनीतिक दलों के बीएलए की कुल संख्या में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आयोग ने स्पष्ट किया है कि एक अगस्त से एक सितंबर के बीच राजनीतिक दलों से अपेक्षा की है कि वे किसी भी पात्र मतदाता को शामिल करना जो शामिल होने से रह गया हो या किसी भी अपात्र मतदाता को हटाना जो ड्राफ्ट सूची में रह गया है. उनके संबंध में आपत्ति दर्ज कराये.
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