– फोटो है
संवाददाता,पटनाकला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार और बिहार ललित कला अकादमी पटना के संयुक्त सहयोग में आयोजित पंद्रह दिवसीय ग्रीष्मकालीन कला जागृति कार्यशाला 2025 का उद्घाटन भारतीय नृत्य कला मंदिर में किया गया. इस कार्यशाला का उद्देश्य पारंपरिक कलाओं और हस्तशिल्प के प्रति जन-जागरूकता उत्पन्न करने के साथ युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें संरक्षण, संवर्धन और रचनात्मकता की दिशा में प्रेरित करना है. कार्यशाला का उद्घाटन पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशालय, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की निदेशक रचना पाटिल, सांस्कृतिक कार्य कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की निदेशक रूबी, बिहार ललित कला अकादमी के सचिव सुशांत कुमार और जन संपर्क पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने किया.
बच्चों को अपने पसंद का प्रतिभा चुनने में मिलेगी मदद
परिसर में मौजूद बच्चों और उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए रचना पाटिल ने कहा की यह ऐसा अवसर है जब बच्चे अपनी रुचि को जानेंगे. यह कार्यशाला बच्चों को बिहार की अमूल्य कला और हस्तशिल्प की विरासत से अवगत करायेगी. हमें अपने अमूल्य ज्ञान और रचना को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना है, जिसमें यह कार्यशाला महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी. उन्होंने कहा कि जब आप लोग 15 दिवसीय कार्यशाला के बाद अपने घर जायेंगे, तो उम्मीद है अपने मम्मी-पापा से जिद करेंगे कि आपको इस कला के क्षेत्र में और आगे बढ़ाने में मदद करें. ग्रीष्मकालीन अवकाश में हर अभिभावक के मन में होता है कि बच्चे कुछ अलग सीखें और करें. यह कार्यशाला ऐसे बच्चों के लिए वरदान साबित होगी जिनमें सीखने की चाहत है. कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को वेणु शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, टिकुली कला और टेराकोटा जैसी पारंपरिक कलाओं में विशेषज्ञों की ओर से प्रशिक्षण दिया जायेगा.
चयनित प्रतिभागियों के अलावा वहां मौजूद सभी बच्चे इसका हिस्सा बनेंगे
बता दें कि यह 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कला जागृति कार्यशाला 2025 कार्यक्रम बिहार ललित कला अकादमी के सचिव सुशांत कुमार की देखरेख और नेतृत्व में संचालित होगा. उन्होंने जानकारी दी कि लगभग 500 के आसपास प्रतिभागियों के आवेदन आये थे. जिनमें से हर विधा के लिए 30-30 प्रतिभागियों को शॉर्टलिस्ट करके लिया गया है. कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को विभाग के तरफ से प्रयोग में आने वाली सारी सामग्री भी निशुल्क उपलब्ध करवायी जा रही है. .
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है