पटना. कंकड़बाग के आरएन सिंह मोड़ के पास रहने वाले विजय कुमार के परिवार में दो लोगों के खातों से साइबर शातिरों ने 3.22 लाख रुपये उड़ा लिये. इस संबंध में उन्होंने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि वह किसी कंपनी के बारे में सर्च कर रहे थे. इसके बाद दिये गये नंबर पर कॉल कर जानकारी लेनी चाही, तो किसी ने फोन नहीं उठाया. थोड़ी ही देर बाद अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने अपने आपको कंपनी का हेड एडमिन बताते हुए कंपनी के बारे में जानकारी दी. विजय कंपनी का फ्रेंचाइजी लेने के संबंध में जानना चाह रहे थे. कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपका वेरिफिकेशन करना होगा.
फ्रेंचाइजी लेने के लिए विजय और चचेरे भाई रितेश ने एडमिन के बतायेनुसार वेरिफिकेशन कराया. वेरिफिकेशन के दौरान उनसे पहचान पत्र, मोबाइल नंबर और खाते की जानकारी ली. इसी दौरान दोनों से लिंक भेज कर खाता चेक करने के लिए दो-दो रुपये का ट्रांजेक्शन करवाया. ट्रांजेक्शन होते ही विजय के खाते से दो लाख और रितेश के खाते से 1.22 लाख रुपये की निकासी हो गयी. मामले की जानकारी तब हुई, जब पैसा कटने का मैसेज उनके मोबाइल पर आया. दोनों ने बैंक में कॉल कर खाताें को ब्लॉक करवाया.बिजली कटने का झांसा देकर 1.30 लाख की निकासी
बिजली कटने का झांसा देकर साइबर शातिर लगातार ठगी कर रहे हैं. शातिर ने इस बार पुनाईचक के मोहनपुर में रहने वाले एक बुजुर्ग से ठगी की है. बुजुर्ग राम मिलन सिंह रिटायर्ड सचिवालय कर्मी हैं. उनके मोबाइल पर शातिर ने शाम के वक्त बिजली अधिकारी बनकर फोन किया. कहा कि आपके स्मार्ट मीटर का बैलेंस खत्म हो गया है. तुरंत रिचार्ज नहीं कराने पर कनेक्शन काट दिया जायेगा. शातिर ने उन्हें वीडियो कॉल किया और उनके मोबाइल में एनीडेस्क एप इंस्टॉल करवा दिया. इसके बाद उनके मोबाइल को रिमोट पर लेकर खाते से 1.30 लाख की निकासी कर ली. उन्होंने साइबर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है