संवाददाता,पटना प्रदेश में गरीबी की रेखा से नीचे गुजर- बसर करने वाले लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शुरू की गयी बिहार लघु उद्यमी योजना के अब तक सर्वाधिक लाभार्थी खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के हैं. इनकी संख्या कुल लाभार्थियों में एक तिहाई (33 % ) है. यह स्थानीय उत्पादों के प्रसंस्करण में अपनी आर्थिक उन्नति की आस लगाये हैं. विभाग ने इनके प्रशिक्षण का प्रबंध भी किया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खाद्य प्रसंस्करण के बाद सर्वाधिक 27 % लाभार्थी सर्विस सेक्टर के हैं. इस तरह का विश्लेषण उद्योग विभाग की हालिया एक रिपोर्ट के आधार पर किया गया है. इस योजना के अभी तक चयनित 56 हजार से अधिक लाभार्थियों में आइटी सेक्टर के केवल 8 % हैं. रेडीमेड गारमेंट बनाने के लिए 13 % लाभार्थी सामने आये हैं. जनरल मैन्युफेक्चरिग सेक्टर के 14 फीसदी लाभार्थी हैं.
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