Bihar News: पटना के मसौढ़ी में दबदबे की लड़ाई खूनी संघर्ष में बदल गई. शनिवार शाम जलाल बीघा गांव में दो गुटों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. दोनों ओर से जमकर पथराव और ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. चश्मदीदों के मुताबिक, करीब 50 राउंड गोलियां चलीं, जिससे गांव में अफरातफरी मच गई. इसी दौरान एक 7 साल का मासूम बच्चा गोली का शिकार हो गया.
दहशत के साए में गांव, मासूम की हालत गंभीर
घायल बच्चे को आनन-फानन में परिजन रेफरल अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (PMCH) रेफर कर दिया. गोलीबारी की इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है, लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं.
पुलिस ने की छापेमारी, चार आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही मसौढ़ी थाना प्रभारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. पूरे इलाके में पुलिस का सर्च ऑपरेशन चलाया गया. अब तक इस मामले में प्रमोद कुमार, विकास कुमार, सियाराम और पप्पू को गिरफ्तार किया गया है.
वर्चस्व की लड़ाई बनी खूनी संघर्ष
मसौढ़ी पुलिस के अनुसार, सुधीर यादव और नगीना यादव के बीच लंबे समय से वर्चस्व को लेकर तनातनी चल रही थी. पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इससे पहले भी दोनों गुटों के बीच कई बार झड़पें हो चुकी हैं, लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि खुलेआम गोलियां चलाई गईं.
गांव में पुलिस कैंप, हालात पर नजर
फायरिंग और हिंसा के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है और हर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है. मसौढ़ी के SDPO नव वैभव ने बताया कि पुलिस लगातार गश्त कर रही है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना दोबारा न हो. हालांकि, घटनास्थल से कोई खोखा या बुलेट बरामद नहीं हुआ है.
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अभी भी जारी है पुलिस की छानबीन
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन जल्द ही इस हिंसक झड़प के पीछे के असली कारणों को सामने लाकर दोषियों को सजा दिला पाता है या नहीं. फिलहाल, गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है, और लोग कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं.