संवाददाता, पटना
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास की ओर से राष्ट्रकवि दिनकर की 51वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 24 अप्रैल को बापू सभागार में भव्य रश्मिरथी पर्व का आयोजन किया जायेगा. रश्मिरथी पर्व की तैयारी और कार्यक्रम की रूपरेखा की विस्तृत जानकारी देने के लिए शनिवार को आइएमए हॉल में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि दिनकर जी का साहित्य मात्र कविता नहीं बल्कि राष्ट्रवाद, सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का सशक्त माध्यम है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस अवसर पर राष्ट्रकवि दिनकर को भारत रत्न प्रदान करने की मांग को लेकर भी आवाज बुलंद की जायेगी. इसके साथ ही सिमरिया घाट पर गंगा नदी पर प्रस्तावित पुल का नाम “दिनकर सेतु” रखने की औपचारिक मांग की जायेगी. अश्विनी चौबे ने बताया कि दिनकर जी के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति देने के लिये आमंत्रित किया है. वहीं साहित्यकार एवं न्यास सहयोगी संजय पंकज ने “रश्मिरथी पर्व” की संरचना पर चर्चा करते हुए बताया कि इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण पुस्तकों सचल हिमालय दिनकर (लेखक: बलबीर सिंह करुण) व थोड़ा-थोड़ा पुण्य, थोड़ा-थोड़ा पाप (लेखक: दिनकर जी के सुपुत्र) का विमोचन भी किया जायेगा. इसके बाद एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा.इस वर्ष इन्हें मिलेगा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर सम्मान
1. पद्मविभूषण, पद्मभूषण डॉ बिंदेश्वरी पाठक (मरणोपरांत) – स्वच्छता, पर्यावरण एवं मानव गरिमा के लिये2. पद्मभूषण रामविलास पासवान (मरणोपरांत) – सामाजिक न्याय के क्षेत्र में
3. पद्मश्री आचार्य किशोर कुणाल (मरणोपरांत) – जनकल्याण एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण केलिये4. पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर – जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में5. इम्तियाज अली – कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में
6. बलवीरसिंह करुण – साहित्य के क्षेत्र में7. फैसल खान– शिक्षा के क्षेत्र मेंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है