Bihar Teacher Transfer: बिहार के विद्यालयों में कार्यरत हजारों शिक्षकों ने स्थानांतरण प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया है. राज्य शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसफर आवेदन की वापसी के लिए तय समयसीमा 17 जून 2025 को खत्म हो गई. इसके साथ ही ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर ट्रांसफर आवेदन वापस लेने का विकल्प भी बंद कर दिया गया है.
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 8,000 से अधिक शिक्षकों ने अपना ट्रांसफर आवेदन रद्द कर दिया है. इनमें से कई ऐसे शिक्षक भी हैं, जिन्हें पहले ही नया विद्यालय आवंटित किया जा चुका था, लेकिन उन्होंने अब वर्तमान विद्यालय में ही बने रहने का निर्णय लिया है.
130,000 शिक्षकों का ट्रांसफर
बिहार सरकार ने इस साल पहली बार इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की थी. शिक्षा विभाग ने 1.90 लाख शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन मंगवाए थे, जिसमें से 1.30 लाख का ट्रांसफर किया गया.
ट्रांसफर आदेश के बाद विद्यालयों का आवंटन किया गया, मगर इसी बीच शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को एक विकल्प दिया यदि कोई शिक्षक अपनी वर्तमान पोस्टिंग से संतुष्ट है, तो वह आवेदन वापस ले सकता है. यह सुविधा सीमित समय के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई थी.
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वर्तमान विद्यालय में ही बने रहेंगे कई शिक्षक
शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि जिन शिक्षकों ने आवेदन वापस ले लिया है, उनका अब तबादला नहीं किया जाएगा. वे अपने पुराने विद्यालय में ही कार्यरत बने रहेंगे और उन्हें नई पोस्टिंग की प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है.