संवाददाता, पटना राज्य की बिजली आपूर्ति को साइबर हमलों से सुरक्षित रखने के लिए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) बड़ा कदम उठाने जा रही है. कंपनी ने एक विशेष साइबर सुरक्षा इकाई बनाने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसकी कमान चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी अफसर को सौंपी जाएगी. यह अफसर कंपनी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) या उनके द्वारा अधिकृत वरिष्ठ अधिकारी को सीधे रिपोर्ट करेगा. सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देश पर यह डेडिकेटेड डिवीजन बनाया जा रहा है, जो पूरी तरह से आइटी डिवीजन से अलग होगा. ‘साइबर क्राइसिस मैनेजमेंट प्लान’ होगा तैयार इस डिवीजन के अंतर्गत राज्य की सभी बिजली कंपनियों में साइबर हमलों से निपटने के लिए ‘साइबर क्राइसिस मैनेजमेंट प्लान’ तैयार किया जायेगा. इसमें संभावित डिजिटल खतरे जैसे सर्वर फेल, डेटा ब्रीच या कंट्रोल सिस्टम हैकिंग के दौरान त्वरित कार्रवाई के उपाय शामिल होंगे. इसी क्रम में बीएसपीएचसीएल ने हाल में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है. यह समिति पटना में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय ऊर्जा मंत्रियों की बैठक के बाद बनायी गयी. बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की बिजली प्रणाली को निशाना बनाये गये साइबर हमलों पर गंभीर चिंता जतायी गयी थी. मंत्री खट्टर ने सभी राज्यों को सतर्क करते हुए कहा था कि भविष्य में ऐसे हमलों से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनानी होगी. समिति का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि राज्य की ऊर्जा व्यवस्था किसी भी साइबर हमले से प्रभावित न हो और हर स्थिति में बिजली आपूर्ति सुरक्षित बनी रहे.
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