संवाददाता, पटना : मित्तन घाट की आदर्श कालोनी के रहने वाले पानी का व्यवसाय करने वाले मंटू शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. खाजेकलां थाने की टीम ने मामले में समसपुर के आयुष कुमार, बाइपास के राजन कुमार उर्फ छोटू, दिवान मुहल्ला के छोटू उर्फ रोहित, बिजली ऑफिस गली के अनिकेत उर्फ गोलू और वैशाली के गरौल के सोनू उर्फ आदित्य राज को गिरफ्तार किया है. एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा कि पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें तीन शूटर और दो लाइनर हैं. पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा. आयुष, अनिकेत और राजन कुख्यात शूटर है. इस गैंग ने कुछ दिनों पहले रामकृष्ण नगर और मालसलामी थाना क्षेत्र में सुपारी लेकर हत्या की घटना को अंजाम दे चुका है. अब दोनों थानों की पुलिस बारी बारी से तीनों शूटरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. आयुष के खिलाफ बायपास, चौक और मालसलामी में तीन केस दर्ज हैं. राजन उर्फ छोटू के खिलाफ पांच केस दर्ज हैं. अनिकेत के खिलाफ दो केस वहीं छोटू उर्फ रोहित के खिलाफ खाजेकलां में केस दर्ज है.
पार्टनर बनना चाहता था मंटू
आयूष, राजन उर्फ छोटू और अनिकेत उर्फ गोलू इस हत्याकांड में शूटर था. वहीं सोनू उर्फ आदित्य और छोटू उर्फ रोहित घटना में लाइनर की भूमिका में था. जांच में यह बात आयी कि खाजेकलां घाट पर 8 धूर जमीन है. जिसे कुख्यात टुकटुक और मानस बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहा था. इसमें मंटू राय भी पार्टनर बनना चाहता था. इसी बात को लेकर टुकटुक, मानस और मंटू शर्मा के बीच विवाद हो गया था. इसी कारण टुकटुक और मानस ने मंटू की हत्या की साजिश रची.
मंटू शर्मा का दोस्त ही बन गया था लाइनर
मंटू शर्मा हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त टिकटिक कुमार 29 मई को सरेंडर कर दिया था. उसने ही आयुष को मंटू की हत्या के लिए 50 हजार की सुपारी दी थी. वहीं मुन्ना कुमार को पुलिस गिरफ्तार किया था और मानस कुमार ने कोर्ट में सरेंडर किया था. जांच में यह बात आयी कि मुन्ना पहले मंटू शर्मा का दोस्त ही था. बाद में वह टिकटिक से मिल गया और मंटू शर्मा की हत्या में लाइनर बन गया. टिकटिक के खिलाफ पटना सिटी के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के 10 केस दर्ज हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है