-एनटीए ने सभी राज्यों व परीक्षा आयोजित होने वाले शहरों के डीएम व एसपी को लिखा है पत्र
-प्रश्न पत्रों को लॉक और ट्रैकिंग सिस्टम वाले वाहनों में ले जाया जायेगासंवाददाता, पटना
नीट यूजी का आयोजन चार मई को होगा. परीक्षा को लेकर तैयारी जारी है. इस बार परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे. जिन छात्रों का आधार कार्ड परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र पर मैच नहीं होगा, उन्हें परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया जायेगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस वर्ष परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम लागू किया है, जिससे परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों के चेहरे का मिलान किया जायेगा. यदि चेहरे का मिलान नहीं होता है, तो अभ्यर्थी को परीक्षा देने से रोका जा सकता है. गौरतलब है कि बिहार में पिछले वर्षों में नीट यूजी में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आये हैं. जनवरी 2025 में सीबीआइ ने बिहार के पूर्णिया में चार अभ्यर्थियों द्वारा कथित रूप से दूसरों को अपनी जगह परीक्षा में बैठाने के मामले में केस दर्ज किया था. इन घटनाओं के चलते, एनटीए ने परीक्षा प्रक्रिया में सख्ती बरतते हुए फेस रिकग्निशन तकनीक को अनिवार्य किया है.एग्जाम सिटी स्लिप 26 को होगी जारी
नीट यूजी 2025 परीक्षा के लिए एग्जाम सिटी स्लिप 26 अप्रैल को जारी की जायेगी, जिसे रजिस्टर्ड कैंडिडेट अपने एप्लीकेशन नंबर और जन्म तिथि के जरिये डाउनलोड कर सकेंगे. एडमिट कार्ड एग्जाम डेट से तीन दिन पहले यानी की एक मई को जारी किया जायेगा. नीट यूजी 2025 का आयोजन चार मई को बिहार में 35 शहरों के 105 से अधिक सेंटरों पर होगी. बिहार के पटना, अररिया, भोजपुर (आरा), अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, पश्चिमी चंपारण (बेतिया), कैमूर (भभूआ), भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण (मोतिहारी), मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्णिया, समस्तीपुर, रोहतास (सासाराम), शेखपुरा, सीवान, सुपौल, गया, वैशाली (हाजीपुर), मधुबनी, नालंदा, सीतामढ़ी, वैशाली में परीक्षा सेंटर बनाये जा रहे हैं.नीट यूजी का सरकारी संस्थान में परीक्षा केंद्र बनाने पर प्राथमिकता
एनटीए ने नीट यूजी 2025 में केंद्र चयन के लिए संबंधित जिला अधिकारियों को सरकारी संस्थान में ही परीक्षा केंद्र बनाने का आग्रह किया है. अभी तक सीबीएसइ के निजी स्कूलों को सेंटर बनाया जाता था, लेकिन पेपर लीक कांड के बाद सरकारी संस्थानों पर सेंटर दिये जाने पर जोर दिया जा रहा है. केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी और पहचान प्रक्रिया के लिए नयी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जायेगा. केंद्रों तक प्रश्नपत्र पहुंचाने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया जायेगा. नीट के पेपर लाने ले जाने को लेकर प्रश्न पत्रों को लॉक और ट्रैकिंग सिस्टम वाले वाहनों में ले जाया जायेगा. इस बार हर जिले में डीएम-एसपी, सेंट्रल स्कूल के प्राचार्यों और जिला शिक्षा अधिकारी की हाइ लेवल कमेटी तैयार करायी जायेगी. यह कमेटी हर जिले में सुनिश्चित करेगी कि परीक्षा के दौरान पेपर लीक न हों, फर्जी छात्र परीक्षा देने न पहुंच सकें. केंद्रीय गृह मंत्रालय स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेगा. एनटीए के कंट्रोल रूम से हर एक-एक सेंटर के एक-एक हॉल की निगरानी की जायेगी और इस पर एआइ नजर रखेगा. सीसीटीवी से निगरानी और रियल-टाइम मॉनिटरिंग कि जायेगी. परीक्षा के दौरान सेंटर पर जूते और आभूषण पहन कर जाना मना होगा. छात्रों को क्रॉस चेक करने के लिए डिजिटल सिग्नेचर से जांचा कराया गया. क्यूआर कोड से छात्र का एडमिट कार्ड और पहचान पत्र स्कैन किया गया.
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