फुलवारीशरीफ. थाना क्षेत्र के खगौल लख के नजदीक पिछले वर्ष अक्टूबर में हरे कृष्ण और टुकटुक कुमार की लाश बरामद की गयी थी. उसकी मारपीट कर हत्या की गयी थी. इस संबंध में उसकी मां संगीता देवी (पति स्व अजीत प्रसाद, निवासी कोइलामा थाना- हसनपुरा, जिला औरंगाबाद) के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने अपने छोटे बेटे हरे कृष्णा उर्फ टुक-टुक कुमार की हत्या का विकास और उसके पांच साथियों कबूतरी, कुंदन, सुनील, जितेन्द्र व राजू पर लगाया था. खगौल लोको कॉलोनी के दुर्गा मंदिर के पास स्थित रेलवे क्वार्टर में पत्नी काजल कुमारी के साथ रहने वाले हरे कृष्णा उर्फ टुक-टुक कुमार को 19 अक्टूबर 2024 को अभियुक्त विकास ने काम के विवाद को लेकर मारपीट की थी और जान से मारने की धमकी दी थी. इतना ही नहीं 21 अक्टूबर 2024 को दोपहर लगभग 3:00 बजे, इलाज के बहाने 5000 रुपये देने का लालच देकर अभियुक्तों ने टुक-टुक कुमार को बुलाया और उसकी हत्या कर शव को खगौल लख रेलवे लाइन के किनारे नहर के पास फेंक दिया. इस हत्याकांड में पुलिस ने दो अभियुक्त कबूतरी व जितेंद्र को पहले ही जेल भेज चुकी थी मुख्य अभियुक्त फरार चल रहा था.
फरार अभियुक्तों में से सुनील पासवान निवासी प्रेम नगर कुश आश्रम, थाना रूपसपुर को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है. थानाध्यक्ष मोहम्मद गुलाम शाहबाज आलम ने बताया उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. इस हत्याकांड के अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
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