संवाददाता, पटना
ओड़िशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की छात्रा व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सक्रिय कार्यकर्ता सौम्याश्री बिशी की आत्मदाह से हुई मृत्यु ने समूचे शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है. एबीवपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि कॉलेज के शिक्षा विभागाध्यक्ष समीर साहू द्वारा मानसिक व यौन उत्पीड़न के कारण प्रताड़ित सौम्याश्री ने जब साहस दिखाते हुए, कॉलेज प्राचार्य को लिखित शिकायत दी, तो संस्थान ने दोषी शिक्षक के विरुद्ध कोई कठोर कदम नहीं उठाया बल्कि आंतरिक शिकायत समिति (आइसीसी) की आड़ में पीड़िता को ही दोषी ठहराने का प्रयास किया गया. ऐसे में 12 जुलाई को कॉलेज परिसर में सौम्याश्री ने आत्मदाह कर लिया और 14 जुलाई की रात एम्स भुवनेश्वर में उनकी मृत्यु हो गयी. अभाविप ने इस अमानवीय घटना के विरोध में देशव्यापी श्रद्धांजलि सभाओं, मोमबत्ती मार्च, हस्ताक्षर अभियानों और धरना-प्रदर्शनों की घोषणा की है. अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अगर संस्थान यौन उत्पीड़न के मामलों में चुप रहेंगे, तो विद्यार्थी परिषद कभी मौन नहीं रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है