संवाददाता, पटना
ज्वाइंट सीट एलोकेशन ऑथोरिटी (जोसा) ने 2025 के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीट मैट्रिक्स जारी कर दी है. इसमें आइआइटी पटना और एनआइटी पटना में विभिन्न शाखाओं में उपलब्ध सीटों का विवरण शामिल है. आइआइटी पटना में कुल 817 व एनआइटी पटना में 981 सीटों पर एडमिशन होगा. जोसा की काउंसेलिंग प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गयी है. उम्मीदवार जोसा की वेबसाइट josaa.nic.in पर जाकर सीट मैट्रिक्स और अन्य विवरण देख सकते हैं. इस वर्ष जोसा काउंसेलिंग 2025 के माध्यम से देशभर के 23 आइआइटी, 32 एनआइटी, 26 ट्रिपल आइटी और 47 जीएफटीआइ संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जा रही है. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन मोड में होगी. काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फिलिंग 12 जून तक कर सकते हैं. इसके बाद एडमिशन छह राउंड में 28 जुलाई तक होगा. पहला राउंड सीट अलॉटमेंट 14 जून को जारी होगा. सीट एक्सेप्टेंस फीस भुगतान और ऑनलाइन रिपोर्टिंग (राउंड 1) 19 जून कर सकते हैं. दूसरा राउंड सीट अलॉटमेंट 21 जून को जारी होगा. तीसरा राउंड सीट अलॉटमेंट 28 जून, चौथा राउंड सीट अलॉटमेंट चार जुलाई, पांचवां राउंड सीट अलॉटमेंट 10 जुलाई व छठा (अंतिम) राउंड सीट अलॉटमेंट 16 जुलाई को होगा. पूरी काउंसलिंग प्रक्रिया का समापन28 जुलाई तक होगा.आइआइटी और एनआइटी में 20 फीसदी सीटें छात्राओं के लिए
आइआइटी और एनआइटी में 20 फीसदी अतिरिक्त सीटों पर छात्राओं को दाखिला मिलेगा. इन अतिरिक्त सीटों से अन्य आरक्षित सीटों में कोई कटौती नहीं हुई है. इसका मकसद बेटियों को देश के इंजीनियरिंग प्रीमियम संस्थानों से जोड़ना है.नया नियम, फीस पंजीकरण के साथ प्री-पेमेंट का विकल्प
अब किसी छात्र की सीट फीस जमा न होने के कारण रद्द नहीं होगी. इस वर्ष से फीस जमा करने के नियम में बड़ा बदलाव हुआ है. जोसा काउंसेलिंग में पंजीकरण के बाद च्वाइस फिलिंग के साथ ही छात्र को अपनी फीस जमा करने का मौका मिलेगा. अब छात्र ही फीस जमा करें, यह जरूरी नहीं होगा. बिना लॉगइन भी कोई भी फीस जमा कर सकेगा.आइआइटी पटना में बीटेक और डुअल डिग्री कार्यक्रमों के तहत कुल सीटें इस प्रकार हैं:
चार वर्षीय बीटेक कार्यक्रम:
आइआइटी पटना में सीटों की संख्या
कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग : 86 सीटें (69 सामान्य 17 महिला)मेकैनिकल इंजीनियरिंग : 86 सीटें (69 सामान्य 17 महिला)
सिविल इंजीनियरिंग : 70 सीटें (56 सामान्य 14 महिला)केमिकल इंजीनियरिंग : 70 सीटें (56 सामान्य 14 महिला)
इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग : 50 सीटें (40 सामान्य 10 महिला)इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग : 50 सीटें (40 सामान्य 10 महिला)
मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग : 50 सीटें (40 सामान्य 10 महिला)आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा साइंस : 50 सीटें (40 सामान्य 10 महिला)
इंजीनियरिंग फिजिक्स : 40 सीटें (32 सामान्य 8 महिला)मेटलर्जिकल एंड मेटेरियल्स इंजीनियरिंग : 46 सीटें (37 सामान्य 9 महिला)
केमिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी : 40 सीटें (32 सामान्य 8 महिला)इकोनॉमिक्स (बैचलर ऑफ साइंस) : 24 सीटें (18 सामान्य 6 महिला)
पांच वर्षीय डुअल डिग्री में भी ले सकते हैं एडमिशन
पांच वर्षीय डुअल डिग्री में 20 कोर्स संचालित हो रहे हैं. किसी में 10 तो किसी में पांच तो किसी में छह सीटों पर एडमिशन होगा. ड्यूअल डिग्री में बीटेक के साथ एमबीए और बीटेक के साथ एमटेक करने का भी मौका मिलेगा. इसमें कई महत्वपूर्ण कोर्स इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (बीटेक व एमटेक): 10 सीटें (8 सामान्य 2 महिला), केमिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी (बीटेक व एमटेक) एमबीए इन हॉस्पिटल एंड हेल्थ: 5 सीटें (4 सामान्य 1 महिला), सिविल इंजीनियरिंग व एमबीए बोधगया के साथ (बीटेक व एमबीए):6 सीटें (5 सामान्य 1 महिला), कंप्यूटर साइंस (बीटेक व एमबीए डिजिटल बिजनेस): 5 सीटें (4 सामान्य 1 महिला), इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (बीटेक व एमबीए): 5 सीटें (4 सामान्य 1 महिला) के साथ अन्य कोर्स शामिल हैं.
एनआइटी पटना में सीटों की संख्या:ब्रांच-सीटों की संख्या व लड़कियों के लिए सुपर न्यूमेरी कोटे
ब्रांच-बिहार के लिए-बिहार के बाहर-छात्राएं (बिहार)-छात्राएं (बिहार से बाहर)सिविल इंजीनियरिंग-58-58-12-12कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग-75-75-15-15
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग-58-58-10-10इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग-50-50-10-10
मेक्ट्रोनिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग-13-13-3-3इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (वेरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन डिजाइन)-58-40-13-8
मेकैनिकल इंजीनियरिंग-58-58-13-12एआइ एंड डेटा साइंस-38-37-8-7
आर्किटेक्चर-20-20-4-4इसके साथ कुल 18 डुअल डिग्री प्रोग्राम में स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं
एनआइटी पटना में 18 डुअल डिग्री प्रोग्राम में स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं. पांच साल में बीटेक के साथ एमटेक की भी डिग्री मिलेगी.कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में स्पेशलिस्ट: डाटा साइंस, साइबर सुरक्षा में एडमिशन ले सकते हैं. इसके साथ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (स्पेशलिस्ट: माइक्रोइलेक्ट्रोनिक्स एंड वीएलएसआइ सिस्टम डिजाइन), (स्पेशलिस्ट: माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स एंड वीएलएसआइ सिस्टम डिजाइन), इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में (स्पेशलिस्ट : पावर सिस्टम इंजीनियरिंग, मेकैनिकल इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियरिंग (स्पेशलिस्ट : कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट), मेटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी, केमिकल टेक्नोलॉजी आदि कोर्स में एडमिशन लेकर बीटेक व एमटेक साथ में कर सकते हैं.
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