Ganga River Inspection: पटना के कई इलाकों में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. कुछ घाटों पर गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है तो कुछ खतरे के लाल निशान के आस-पास ही है. जिसके कारण बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निरीक्षण करने पहुंचे.

सीएम नीतीश ने जेपी गंगा पथ पर जाकर गंगा नदी का जायजा लिया. इसके बाद वे तमाम अधिकारियों के साथ गंगा घाट पर भी पहुंचे. जहां, उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर अधिकारियों से बातचीत कर पूरी जानकारी ली.

सीएम नीतीश ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि, खतरे की किसी भी आशंका को दूर रखने के लिए सभी तैयारियां दुरुस्त रखी जाएं और जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्यों को तुरंत शुरू किया जाए. इस तरह सीएम नीतीश पूरी तरह एक्शन में दिखें.

बता दें कि, पटना में गांधी घाट, दीघा घाट, हथिदह, मनेर और दानापुर जैसी जगहों के घाटों पर लगातार बढ़ रहे पानी के जलस्तर के कारण बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जिला प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह अलर्ट है और तमाम तैयारियां पहले से दुरुस्त की जा रही है.

बाढ़ नियंत्रण और जल निकासी विभाग की रिपोर्ट की माने तो, शुक्रवार को मनेर के घाट पर 51.73 मीटर रही, जबकि, इसके खतरे का लेवल 52 मीटर है. इसी तरह दीघा घाट का जलस्तर 50.13 मीटर जा पहुंचा, इसके खतरे का लेवल 50.45 है. गांधी घाट का जलस्तर 48.76 मीटर पहुंच गया, इसके खतरे का लेवल 48.60 मीटर है.

इसके अलावा हाथिदह में गंगा के खतरे का लेवल 41.76 मीटर है, जिसमें 41.54 पर जलस्तर पहुंच चुका है. कुल मिलाकर देखा जाए तो, कुछ घाटों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, तो कुछ उसके करीब पहुंच गया है.

बता दें कि, एसडीआरएफ की टीम को गायघाट और एनडीआरएफ को दीदारगंज में प्रतिनियुक्त किया गया है, जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जायेगा. साथ ही जिले में संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए 119 ऊंचे स्थलों की पहचान कर ली गई है, जहां आवश्यकता होने पर राहत शिविर चलाये जा सकते हैं.

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