पटना. राज्य में स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिए डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (डीएमआइ) और ग्रामीण विकास विभाग की इकाई बिहार आजीविका संवर्धन सोसाइटी (बीआरएलपीएस) ने मंगलवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किये. राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन व लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के सुचारु क्रियान्वयन के लिए दोनों संस्थान अध्ययन, परामर्श और क्षमता संबर्द्धन से संबंधित गतिविधियों में एक-दूसरे को सहयोग प्रदान करेंगे. डीएमआइ की ओर से निदेशक प्रो देबी प्रसाद मिश्रा और बीआरएलपीएस की ओर से विशेष कार्य पदाधिकारी राजेश कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये. इस मौके पर दोनों ने कहा कि स्वच्छता अभियान में यह एमओयू मील का पत्थर साबित होगा. प्रो देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि डीएमआइ एलएसबीए पदाधिकारियों के क्षमता विकास के लिए प्रबंधकीय और तकनीकी विषयों पर वाश प्रशिक्षण कैलेंडर बनायेगा और पंचायती राज संस्थाओं की वाश संबंधी क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. एलएसबीए विभाग को डीएमआइ विशिष्ट अनुसंधान, केस स्टडी और दस्तावेजीकरण में भी सहयोग प्रदान करेगा. राजेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रो में स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए कई स्तर पर अभियान चला रही है. डीएमआइ के साथ जुड़कर इससे संबंधित पदाधिकारियों के क्षमता संबर्द्धन में काफी मदद मिलेगी. डीएमआइ के सेंटर फॉर गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट ऑफ पब्लिक सर्विसेज के अंतर्गत डब्ल्यूएएसएच जल, स्वक्षता और स्वास्थ से जुड़े हुए अनुसंधान एवं प्रशिक्षण का कार्य करता है.
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