संवाददाता, पटना
बिहार ललित कला अकादमी की ओर से पटना कलम शैली में तैयार की गयी कलाकृति आम जीवन के विभिन्न स्वरूपों को बखूबी अंदाज में बयां कर रही है. इस प्रदर्शनी में समाज एवं सांस्कृतिक धरोहरों के साथ ही वर्तमान समाज का चित्रण भी बेहतर अंदाज में किया गया है. 22 से 28 मार्च तक कार्यशाला आयोजित कर इन कला कलाकृतियों को तैयार किया गया है. प्रदर्शनी का उद्घाटन सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की निदेशक रूबी ने किया. इस अवसर पर 20 प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिया गया. इस अवसर पर कला समीक्षक मनोज कुमार बच्चन ने पटना कलम पर चर्चा करते हुये पटना कलम की विशेषताओं के साथ कार्यशाला में निर्मित सभी कलाकृतियों प्रशंसा की. कार्यक्रम के संयोजक बिरेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ कलाकार ने बिहार ललित कला अकादमी और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग को धन्यवाद देते हुये कहा कि इस तरह के कार्यशाला का आयोजन प्रतिवर्ष हो जिससे यह कला पुनर्जिवित हो सके. मौके पर विभाग के अकादमी सचिव सह विशेष कार्य पदाधिकारी अमृता प्रीतम, अर्चना सिन्हा, किशन कुमार, राज कुमार लाल, योगेन्द्र सिंह, मनोज कुमार साहनी, सोमा चक्रवर्ती, देवपूजन कुमार अन्य वरिष्ठ कलाकार मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है