संवाददाता,पटना
शिशिर सोनी ने कहा कि देश के हर बड़े आंदोलन की शुरुआत बिहार से हुई है.गहोई वैश्य को वैश्यों की सूची में शामिल करने का आंदोलन भी बिहार से फलीभूत होगा। देश भर के लिए एक मॉडल बनेगा. इस अवसर पर समाज के लोगों ने कहा कि कवि मैथिली शरण गुप्त के नाम से जाना पहचाना जाने वाला गहोई वैश्य समाज अब अपनी ही पहचान सरकार से कलमबंद कराने के लिए चक्कर काट रहा है.केंद्र और राज्य सरकारों के वैश्यों की सूची में गहोई वैश्य अंकित नहीं होने की वजह से अपनी पहचान को तरस रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है