मनोज कुमार, पटना जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों से ऋण लेकर 5050 लोग वापस नहीं कर रहे. सहकारिता विभाग ने इनको डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. इनके खिलाफ नीलाम पत्र वाद दाखिल कर दिया गया है. कुल 7142.73 लाख रुपये ऋण की वापसी नहीं हो रही है. इस राशि को नीलाम पत्र वाद दाखिल कर वसूली करने का विभाग ने आदेश दिया है. मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, कटिहार व मधुबनी जिले में सबसे अधिक नीलाम पत्र वाद दायर किये गये हैं. रोहिका (मधुबनी), सीवान और वैशाली जिले में सबसे अधिक ऋण बकाया है. 118 मामले का हुआ निष्पादन, 327 लाख की वसूली : इस दौरान 118 मामलों का निष्पादन किया गया है. कुल 327.3 लाख रुपये की वसूली हुई है. मुजफ्फरपुर में छह, सीतामढ़ी में 14, बेतिया में चार, सीवान में 33, कटिहार में चार व समस्तीपुर में 57 मामलों का निष्पादन किया गया है. बीते मई माह में 405 लोगों के खिलाफ नीलाम पत्र वाद दायर किये गये हैं. इनसे 1178.01 लाख रुपये वसूली की जायेगी. मधुबनी के रोहिका जिला केंद्रीय सहकारिता बैंक से 380 लोगों में 1485.76 लाख रुपये ऋण बांटे गये. सीवान में 213 लोगों में ही 1239.48 लाख रुपये ऋण का वितरण कर दिया गया. समीक्षा में पाया गया है कि कम लोगों के बीच में बड़ी ऋण राशि बकाया है, जबकि मुजफ्फरपुर में 1502 लोगों में 164.64 लाख रुपये ही बकाया है. वैशाली में 285 लोगों में 906.52 और मोतिहारी में 574 लोगों में 639.77 लाख रुपये ऋण बांटे गये. डिफॉल्टरों व बकाये ऋण का लेखा-जोखा जिलाडिफॉल्टरबकाया ऋण (लाख में) पूर्णिया25180.25 मुजफ्फरपुर1502164.64 सीतामढ़ी212279.99 मधुबनी3801485.76 बेतिया51418.2 मोतिहारी574639.77 सीवान 2131239.48 गोपालगंज176428.45 कटिहार479779.4 वैशाली285906.52 समस्तीपुर1153620.27
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