Bihar News: बिहार का ऐतिहासिक बापूधाम रेलवे स्टेशन अब जल्द ही विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होने जा रहा है. लंबे समय से अटकी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ने अब रफ्तार पकड़ ली है. प्रशासनिक स्तर पर सभी ज़रूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अधिसूचना जारी करने की तैयारी चल रही है. जानकारी के मुताबिक स्टेशन के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए लगभग सात एकड़ भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है.
खेसरा पंजी का सत्यापन कार्य पूरा
भूमि अधिग्रहण को लेकर खेसरा पंजी का सत्यापन कार्य पूर्ण हो चुका है. साथ ही, सिक्स मैन कमेटी की जांच भी पूरी कर ली गई है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के अनुसार एक सप्ताह के भीतर अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और दो से तीन महीने के अंदर रैयतों को मुआवजे का भुगतान शुरू किया जाएगा.
प्रत्येक प्रभावित परिवार को मिलेगा मुआवजा
चार प्रमुख मौजा- बेलबनवा, तड़कुलवा, गोपालपुर और बलुआ इस अधिग्रहण से प्रभावित होंगे. इन क्षेत्रों में लगभग 200 से अधिक आवासीय घर मौजूद हैं, जिस कारण अधिग्रहण की प्रक्रिया पहले बाधित हुई थी. लेकिन अब भूमि और भवन के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक प्रभावित परिवार को उचित मुआवजा और पुनर्वास का लाभ दिया जाएगा.
निर्माण कार्यों को जल्द मिलेगी गति
इस बीच, रेलवे अपनी मौजूदा भूमि पर पहले से ही निर्माण कार्य में जुटा है, लेकिन आवश्यक भूमि अधिग्रहण में देरी के चलते कुछ परियोजनाएं अटक गई थीं. अब जब अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण कार्यों को नई गति मिलेगी और बापूधाम स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा सकेगा.
यह स्टेशन न सिर्फ ट्रेनों की संख्या और संरचना में उन्नति करेगा, बल्कि पूरे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगा. स्थानीय लोगों को भी इससे बेहतर यात्री सुविधाएं और रोज़गार के नए अवसर मिलने की उम्मीद है.