बिहार में कोरोना की एंट्री फिर एकबार हो चुकी है. दस से अधिक केस बिहार में अबतक सामने आ चुके हैं. पटना में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप भी मचा. पटना एम्स के एक जूनियर डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव मिले. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तैयारी मजबूत कर दी है. कोरोना को लेकर सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड में है और इसे लेकर हाई लेवल बैठक भी की गयी.
बिहार में कोरोना के मामले बढ़ रहे
कोरोना के मामले में अचानक बढ़ोतरी हुई बढ़ोतरी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. सरकार ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक भी पिछले दिनों की. पटना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीज ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज भी किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोरोना का जो नया वेरिएंट पाया जा रहा है उससे घबराने की जरूरत नहीं है, सरकार भी इससे निबटने के लिए तैयार है.
एक्सपर्ट डॉक्टर बोले…
JLNMCH भागलपुर के प्राचार्य और सीनियर चिकित्सक डॉ. हेमशंकर शर्मा बताते हैं कि कोरोना के नया वेरिएंट से बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है. वायरस का यह स्वरूप बेहद हल्का माना जाता है. हालांकि लोगों को सेहत के प्रति सतर्क रहने की भी सलाह उन्होंने दी.
मुख्य सचिव ने की ये अपील
बिहार में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कोरोना के नए वेरिएंट से नहीं घबराने की अपील आमजनों से की है. लोगों को सतर्क और जागरूक रहने कहा गया है. बताया कि INSACOG के अनुसार, भारत में कोविड-19 के दो नए वेरिएंट – NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान की गयी है और WHO ने इन दोनों को केवल ‘निगरानी में रखे गए वैरिएंट’ की श्रेणी में रखा है. सभी जिलों को अलर्ट भी किया गया है.
मौत के मामलों पर क्या है एक्सपर्ट की राय
पटना में न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि अभी विश्व में जेएन-1 वेरिएंट से केस बढ़ने की खबर आ रही है, लेकिन भारत में अभी बहुत कम केस हैं. ऐसे में किस वेरिएंट के केस बढ़ रहे हैं, यह स्पष्ट नहीं है. जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से सही पुष्टि होगी. हालांकि, जेएन. 1 वेरिएंट से राहत की बात यह है कि इससे ज्यादा मौतें नहीं हो रही हैं. लेकिन, बच्चों, बुजुर्गों व गर्भवती को सावधानी बरतनी जरूरी है.
पटना में बढ़े मामले
पटना में कोरोना के मरीज मिलने के बाद राजधानी के शहरी क्षेत्रों में लोग अधिक चिंतित दिखने लगे. बता दें कि दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल समेत कई राज्यों की तरह पटना समेत बिहार के अस्पतालों को भी अलर्ट मोड में रखा गया है.