Bihar Crime: बिहार के जहानाबाद से पुलिस महकमे की छवि पर सवाल खड़े करने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है. यहां एक ट्रेनी दलित महिला सब-इंस्पेक्टर ने अपने ही विभाग के सहायक उप-निरीक्षक (ASI) मानस पांडे पर छेड़खानी, धमकी और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मामला अप्रैल का है, लेकिन कार्रवाई जून में जाकर हुई, जब शिकायत को लेकर फिर से आवाज उठाई गई.
वॉशरूम जा रही थी तो रास्ता रोका
पीड़िता का आरोप है कि वह जहानाबाद पुलिस क्लब में रह रही थीं, जहां आरोपी ASI भी तैनात था. 9 अप्रैल की रात, जब वह वॉशरूम जा रही थीं, तो ASI मानस पांडे ने उनका रास्ता रोका, अश्लील हरकतें कीं और विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी. महिला अफसर का कहना है कि आरोपी ने अन्य लोगों से भी कहा कि अगर उसे सस्पेंड किया गया तो वह उन्हें जिंदा नहीं छोड़ेगा.
पहली शिकायत 28 अप्रैल को तत्कालीन SP को दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. फिर नए SP विनीत कुमार के पदभार संभालने के बाद, पीड़िता ने 24 जून को महिला थाने में दोबारा शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद ASI को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
विरोध में साजिश का आरोप
मीडिया से बात करते हुए आरोपी मानस पांडे ने छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज किया. उनका कहना है कि विवाद दरअसल पुलिस क्लब के बड़े कमरे को लेकर था. उन्होंने दावा किया कि महिला अफसर उन्हें फंसाने की साजिश कर रही हैं.
जांच समिति की रिपोर्ट पर सवाल
पहली शिकायत के बाद गठित आंतरिक जांच समिति (ICC) की रिपोर्ट में घटना को “कमरे के विवाद” तक सीमित बताया गया था, जबकि पीड़िता का कहना है कि डर और दबाव की वजह से वह पहले खुलकर सामने नहीं आ सकीं.
आगे की कार्रवाई
वर्तमान में आरोपी ASI को पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है और कानूनी व विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है. साथ ही जिला मुख्यालय से बाहर ट्रांसफर की सिफारिश की गई है.