Bihar Crime: पटना. बिहार में बढ़ते अपराध ने एक और जहां विपक्ष को सरकार पर हमले का मौका दे दी है, वहीं दूसरी ओर नीतीश सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. पुलिस की ओर से लगातार गिरफ्तारियां और कार्रवाई हो रही है, लेकिन विपक्ष बढ़ते अपराध को लेकर हमलावर है. ताजा मामला पटना का है. गुरुवार की सुबह पारस अस्पताल में घुसकर एक सजायाप्ता अपराधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई. अस्पताल के अंदर हुई इस हत्या की वारदात के बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी है.
कार्रवाई करती हुई दिखती है सरकार
मुंगेर में जब बिहार में बढ़ते अपराध पर पत्रकारों ने जेडीयू के वरिष्ट नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से सवाल किया तो उन्होंने अपराध का मतलब समझाया है. पत्रकारों के सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा, “पहले कितना अपहरण होता था, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई करती नहीं दिखती थी. अभी हम और ये यहां बैठे है. हम इनको मार देंगे और ये हमको मार देंगे तो ये क्राइम है. यह आपसी विवाद है. आपसी विवाद में घटनाएं होती हैं. कहीं भी हो सकती हैं. दुनिया के किसी भी देश में हो सकती हैं, लेकिन यहां कार्रवाई तुरंत होती है. घटना करने वाले लोग गिरफ्तार होते हैं. सरकार कार्रवाई करती हुई दिखती है.”
हत्या के बाद पप्पू यादव का फूटा गुस्सा
पारस अस्पताल में गोलीबारी की घटना के बाद सांसद पप्पू यादव मौके पर पहुंचे. उन्हें पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया. पप्पू यादव ने कहा, “…मैं राज्यपाल से बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध करूंगा. बिहार में नर्स, डॉक्टर, कोई भी सुरक्षित नहीं है. ये नेता सिर्फ पैसे के बल पर राजनीति कर सकते हैं. वहीं कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा, “बिहार में अबकी मानसून पानी से ज्यादा गोली बरस रही है. आज फिर पटना के पारस अस्पताल में अपराधियों ने आईसीयू में घुसकर हत्या कर दी. कोई ऐसा दिन नहीं जब बिहार में कहीं न कहीं गोलियां ना चली हो. ये डबल इंजन बेकार और बीमार हो गई है, बिहार को इसे बदलना होगा.
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