Bihar Crime: जरूरतमंद लड़कियों को नौकरी और शादी के नाम पर जाल में फंसाकर उन्हें बेचने वाले गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के लिए आठ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है. जानकारी मिली है कि गिरोह के सरगना और ट्रैप करने वाली महिला की गिरफ्तारी के लिए दो राज्यों में दबिश जारी है.
आरोपितों से पूछताछ के बाद विशेष टीम गठित
इसके अलावा मानव तस्करी में गिरफ्तार 5 आरोपितों से पूछताछ में जिन लड़कियों को बेचने की बात सामने आई थी. उसमें तीन किशोरी शामिल है. इनमें से एक किशोरी को पुलिस ने राजस्थान से बरामद किया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार एसआइटी उन लड़कियों की भी पहचान करने में जुटी है, जो इस गिरोह के चंगुल में फंस गई. सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह के अनुसार दानापुर से लापता किशोरी की बरामदगी और उसमें संलिप्त 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया था. इस गिरोह में शामिल कई अन्य लोगों की भी पहचान की गई है. इन्हीं की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है और छापेमारी जारी है. इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी वह खुद कर रहे हैं. इस दौरान दर्ज मामलों की भी समीक्षा जारी है.
एक किशोरी सहित 4 युवतियां बरामद
लापता किशोरी की तलाश तेज कर दी गई है. गत 30 जून और 2 जुलाई के बीच घर से लापता एक किशोरी सहित 4 युवतियों को बरामद किया गया है. शाहपुर से 1 जुलाई को लापता युवती को 24 घंटे में बरामद किया गया. इसके साथ ही नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है. वहीं बिहटा और जानीपुर थाना इलाके से लापता हुई दो युवतियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. दोनों युवतियां बालिग है और शादी कर चुकी थी.
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पंजाब से बरामद हुई थी युवती
पिछले 9 जून को बिहटा पुलिस को जानकारी मिली थी कि 20 वर्षीय एक लड़की घर से निकली और वापस नहीं लौटी. पुलिस केस दर्ज कर उसकी तलाश में जुट गई. पुलिस को सूचना मिली कि वह झारखंड में है और शादी कर चुकी है. इसके बाद फिर 18 जून को जानीपुर थाने में एक युवती की गुमशुदगी का केस दर्ज हुआ था और पुलिस ने उस युवती को पंजाब से बरामद किया था.
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