ED News: बिहार में टेंडर मैनेज करने के लिए अफसरों और ठेकेदारों के बीच पैसे का खेल चलता है. इसकी शिकायत मिली तो जांच एजेंसी ईडी एक्शन में आया. पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की. भवन निर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता तारणी दास समेत आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों के पटना स्थित घरों में जब रेड हुई तो कई अहम खुलासे हुए. ईडी अब अफसरों के साथ ही उन ठेकेदारों पर कार्रवाई करने की तैयारी में है जो इन अफसरों को घूस देकर टेंडर मैनेज करते थे.
ईडी के रडार पर घूस देने वाले ठेकेदार
पटना में भवन निर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता तारणी दास के घर से आठ करोड़ के करीब कैश बरामद हुए थे. साथ ही सात अधिकारियों के घरों में हुई छापेमारी को मिलकार कुल 11 करोड़ रुपए से अधिक कैश बरामद किए गए. सूत्र बताते हैं कि अब ऐसे ठेकेदार भी ईडी के रडार पर हैं जो घूस देकर अपना काम निकलवाते हैं. अब ऐसे ठेकेदारों का नाम भी सामने आएगा.
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दागी अफसरों से होगी पूछताछ
सूत्र बताते हैं कि ईडी ने जिन अधिकारियों के घरों में छापेमारी की है और घूस की राशि जिनके घरों से बरामद हुई है. अब उन अफसरों से पूछताछ की जाएगी. ये करोड़ों रुपए उनके पास कहां से आए इसके बारे में पता लगाया जाएगा. उन्हें कौन से ठेकेदार ने पैसे दिए और किस काम के लिए वो पैसे दिए गए थे, उसके बारे में भी ईडी जानकारी खंगालेगी.
मनी लॉन्ड्रिंग के तहत होगी कार्रवाई
जिन ठेकेदारों का नाम रिश्वत देने में सामने आएगा अब उन ठेकेदारों के ऊपर भी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईडी कार्रवाई करेगी. एक ठेकेदार को ईडी ने चिन्हित भी कर लिया है. ईडी ने अपनी कार्रवाई में रिश्वत लेने के अलावा रिश्वत देने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की है. गिरफ्तारी भी इस मामले में की जा चुकी है. अब ईडी की आगे की योजना से ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है.