Bihar Election: बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. तमाम राजनीतिक पार्टियों की ओर से तैयारियां तो की ही जा रही है लेकिन साथ में चुनाव आयोग भी पूरी तरह से एक्शन मोड में दिख रहा है. इस बीच चुनाव से पहले बड़ा निर्णय आयोग की ओर से लिया गया है. दरअसल, चुनाव आयोग की ओर से बिहार में घर-घर पहुंचकर सर्वे शुरू किया जाएगा. चुनाव आयोग की इस बार तैयारी है कि, वोटर लिस्ट को पूरी तरह सटीक बनाया जाए. घर-घर पहुंची टीम की ओर से सर्वे किया जाएगा. ताकि सभी सही और असली वोटरों के नाम ही लिस्ट में शामिल हो सके.
चुनाव आयोग ने क्यों लिया निर्णय ?
खबर की माने तो, अगले ही महीने से ही यह प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. चुनाव आयोग की माने तो, वैसे लोग जिन्होंने बिहार से बाहर दिल्ली, मुंबई, पश्चिम बंगाल या फिर अन्य किसी राज्यों में जाकर वोटर आईडी कार्ड बना लिया है तो, उनके नाम बिहार के वोटर लिस्ट से हटने वाले हैं. इस निर्णय के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि, किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी चुनाव में ना हो. इसके साथ ही इस प्रक्रिया के जरिये वोटर लिस्ट पर राजनीतिक दलों के शक भी खत्म हो सकेंगे. दरअसल, विपक्ष की ओर से लगातार वोटर लिस्ट को लेकर ही सवाल खड़े किए जाते हैं, जिसके देखते हुए चुनाव आयोग का यह कदम खास माना जा रहा है.
सर्वे के दौरान क्या किया जायेगा ?
घर-घर सर्वे को लेकर बताया जा रहा है कि, बीएलओ डोर-टू-डोर पहुंचेंगे और वे वोटरों का मिलान करेंगे. इस दौरान अगर कोई भी वोटर नहीं मिला तो उनके नाम काट दिए जायेंगे. साथ ही यदि वोटर लिस्ट में किसी भी तरह की गलती होती है तो, उसे सही किया जाएगा. इस तरह से बड़ा निर्णय इस बार चुनाव आयोग की ओर से लिया गया है. बता दें कि, चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है. चुनाव के दौरान किसी भी तरह के सवाल खड़े ना हो और किसी भी तरह की कोई गलती ना हो, इसे देखते हुए आयोग सख्त दिखाई दे रहा है.
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