Bihar Electricity: सावन का महीना चल रहा है. ऐसे में अब भी लोगों को उमस वाली गर्मी झेलनी पड़ रही है. मानसून सुस्त पड़ने के कारण गर्मी का प्रकोप लोग झेल रहे हैं, जिसके कारण अब बिजली की खपत में बेतहाशा वृद्धि हो गई है. जानकारी के मुताबिक, पिछले 20 सालों में बिजली की खपत 12 गुना बढ़ गई है. खबर की माने तो, साल 2005 में बिजली की खपत राज्य में 700 मेगावाट हुआ करती थी. जो साल 2025 के जून महीने में 363 किलोवाट तक पहुंच गई.
9 हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है खपत
इधर, अंदाजा लगाया जा रहा है कि, इस साल बिजली की खपत 9 हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है. इस तरह से देखा जा सकता है कि, बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की खपत में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हुई. पिछले दिन शनिवार की बात करें तो, रात में 8560 मेगावाट बिजली की खपत हुई जो अब तक का अधिकतम है. इसमें दक्षिण बिहार में 4393 मेगावाट तो वहीं उत्तर बिहार में 4167 मेगावाट की खपत हुई.
उपभोक्ताओं की संख्या 2 करोड़ के पार
वहीं, कंपनी के अधिकारियों की माने तो, बिजली की मांग में साल-दर-साल वृद्धि हो रही है. 2005 में मात्र 700 मेगावाट बिजली की खपत होती थी. जो 2012 में 1751 मेगावाट, 2014 में 2831 मेगावाट तक पहुंच गई. इसके साथ ही राज्य में प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत में करीब 5 गुना की वृद्धि बढ़ोतरी दर्ज की गई है. साल 2005 में 75 किलोवाट थी जो 2025 में बढ़कर 363 किलोवाट हो गई. जानकारी के मुताबिक, बिहार में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या दो करोड़ से भी ज्यादा पहुंच गई है.