संवाददाता,पटना आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के क्रियान्वयन में बिहार ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है.राज्य की स्वास्थ्य संस्थानों में 92% ओपीडी पंजीकरण अब ऑनलाइन हो रहे हैं, वहीं मरीजों की जांच के लिए क्यूआर कोड स्कैन की संख्या भी सबसे अधिक है.इस सफलता के केंद्र में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत ‘स्कैन एंड शेयर’ की पहल है, जिसमें मरीज स्वास्थ्य संस्थान के प्रवेश द्वार पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर सीधे परामर्श के लिए जा सकते हैं, जिससे लंबी कतारों और कागजी प्रक्रिया की झंझट समाप्त हो गई है.यह खुलासा डिजिटल परिवर्तन के प्रभाव और पैमाने को समझने के लिए तीन दिवसीय बिहार दौरे पर आए नौ सदस्यीय राष्ट्रीय मीडिया प्रतिनिधिमंडल के सामने राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने किया. राज्य न केवल ओपीडी पंजीकरण,बल्कि ई-प्रिस्क्रिप्शन तैयार करने में भी देश में शीर्ष पर बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा ने बताया कि राज्य न केवल ओपीडी पंजीकरण हेतु क्यूआर कोड स्कैन में अग्रणी है, बल्कि सबसे अधिक इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड (ई-प्रिस्क्रिप्शन) तैयार करने में भी देश में शीर्ष पर है.उन्होंने यह भी बताया कि बिहार को केंद्र सरकार की डिजिटल हेल्थ इंसेंटिव स्कीम के तहत सर्वाधिक प्रोत्साहन राशि प्राप्त हुई है, जिसका उपयोग राज्य की डिजिटल स्वास्थ्य अधोसंरचना को और मजबूत करने में किया जा रहा है.
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