Bihar Land: जहानाबाद सदर. जहानाबाद में सैकड़ों रैयत ऐसे हैं जो पिछले एक साल से अपनी जमीन नहीं बेच पा रहे हैं. भूमि उपसमाहर्ता द्वारा किये गये जमीन के डिमांड को लॉक को अनलॉक करने की कवायद अब तक शुरू नहीं हो सकी है, जिसकी वजह से जमीन के रैयत काफी परेशान हैं. किसी को बेटी की शादी के लिए जमीन बेचना है तो किसी को ईलाज के लिए जमीन का सौदा करना है. खाता लॉक होने के कारण जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है. रैयत अनलॉक कराने के लिए अब अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, फिर भी उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है. रैयतों का कहना है कि डिमांड लॉक रहने की वजह से जमीन की खरीद-बिक्री भी नहीं हो पा रही है, जिसकी वजह से जरूरी काम के लिए लोग चाह कर भी जमीन की बिक्री नहीं कर पा रहे हैं.
सर्वे कर्मचारी की गलती के कारण लॉक है खाता
राजस्व कर्मचारी एवं सर्वे कर्मचारी की गलती की वजह से जिले में सैकड़ों ऐसे जमीन के रैयत हैं, जिनके डिमांड को सीओ की अनुशंसा पर भूमि उपसमाहर्ता द्वारा लॉक कर दिया गया था. लॉक करने की मुख्य वजह किसी के नाम में त्रुटि थी, तो किसी के रकबा में कमी थी. मामूली भूल की वजह से जमीन के रैयत परेशान हैं. लगभग एक वर्ष से अधिक समय बीत गया है, लोग अनलॉक कराने के लिए भूमि उपसमाहर्ता से लेकर डीएम तक गुहार लगा चुके हैं, फिर भी अभी तक अनलॉक नहीं हो सकी है. सरकार द्वारा अब डिमांड लॉक को अनलॉक करने का अधिकार सीओ को दी गई है. यही वजह है कि लोग अपने डिमांड को अनलॉक कराने के लिए अब अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर दिया है.
परिमार्जन प्लस टू में कर रहे हैं आवेदन
जमीन के कागजात में हुए मामूली त्रुटि को सुधार करने के लिए जमीन मालिक फिर से परिमार्जन प्लस में आवेदन कर रहे हैं, ताकि कागजात में हुई गलती की वजह से डिमांड लॉक जो हुई है वह अनलॉक हो सके. दर्जनों लोगों द्वारा सीओ के पास परिमार्जन प्लस टू में आवेदन किया गया है, लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति के लॉक डिमांड को अनलॉक नहीं किया जा सका है. जमीन मालिक अभी भी परेशान हैं. जहानाबाद के सीओ सुधीर कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा लॉक डिमांड को अनलॉक करने की अधिसूचना निकाला गया है, लेकिन पोर्टल पर अभी तक नहीं आया है. जैसे ही आयेगा, इस दिशा में जांच के बाद प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
Also Read: बिहार सरकार को सर्वे में मिली 17.86 लाख एकड़ बेलगानी जमीन, अधिकतर पर है लोगों का कब्जा