Bihar News: नमामि गंगे स्वच्छता अभियान के तहत परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के तृतीय वर्ष (2025-26) के लिए कुल 23 करोड़ 56 लाख 20 हजार रुपये स्वीकृत किए गए हैं. इस योजना का कार्यान्वयन गंगा किनारे स्थित 12 जिलों की पंचायतों में होगा.
लाभान्वित होने वाले जिले
इसकी जानकारी उप मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को दी. उन्होंने बताया कि बेगूसराय, पटना, समस्तीपुर, बक्सर, सारण, कटिहार, भोजपुर, भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, वैशाली और लखीसराय जिला में इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इसके तहत किसानों को जैविक खेती, प्रशिक्षण और पीजीएस आधारित प्रमाणीकरण के लिए ज्यादा से ज्यादा दो हेक्टेयर तक सहायता अनुदान मिलेगा.
बैंक खातों में सीधा भुगतान
मिली जानकारी के अनसार प्रति हेक्टेयर 16 हजार 500 रुपये की दर से जैविक उपादान और अन्य घटकों पर खर्च होगा, जिसका किसानों के बैंक खातों में सीधा भुगतान किया जाएगा. सेवा-प्रदाता को प्रति हेक्टेयर की दर से ढ़ाई हजार रुपये राशि दी जाएगी.
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राज्य सरकार की यह पहल गंगा नदी की स्वच्छता, पारंपरिक कृषि के पुनरोद्धार और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए की गई है. यह केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें 60 प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राज्य सरकार को खर्च करना होता है.
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