Bihar News: हर साल बरसात में डूबने वाली राजधानी को जलजमाव से राहत दिलाने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बड़ी पहल की. उन्होंने कुर्जी और आनंदपुरी नाला निर्माण योजना का शिलान्यास किया, जिससे करीब 3.5 लाख लोगों को फायदा होगा.
इस योजना के तहत जिन इलाकों को विशेष रूप से राहत मिलेगी, उनमें बाबा चौक, शिवपुरी, पटेल नगर, राजवंशी नगर, बोरिंग रोड और आनंदपुरी शामिल हैं. इन क्षेत्रों से बारिश के पानी की निकासी अब राजापुर पुल ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन के माध्यम से की जाएगी. साथ ही नेहरू नगर के कच्चे नाले को भी इस प्रणाली से जोड़ा गया है.
जलनिकासी: पटना की स्थायी चुनौती
पटना जैसे शहर के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि यह गंगा के किनारे बसा होकर भी बरसात में पानी-पानी हो जाता है. शहर का प्राकृतिक ढलान, संकरी नालियाँ, अव्यवस्थित ड्रेनेज सिस्टम और बेतरतीब बस्तियों की वजह से जलजमाव अब आपदा नहीं, बल्कि रूटीन बन चुका है.
ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा 3.5 लाख की आबादी को राहत पहुंचाने वाले कुर्जी और आनंदपुरी नाला निर्माण योजना का शिलान्यास एक सकारात्मक कदम ज़रूर है.
कुर्जी और आनंदपुरी नाला निर्माण योजना की बनावट और दावे
आनंदपुरी नाला करीब 4 किलोमीटर लंबा होगा और अटल पथ व एएन कॉलेज को पार करता हुआ राजापुर ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन तक पहुंचेगा. इसमें से 2.61 किमी पर नया नाला और सड़क बनेगी, जबकि बाकी हिस्सों में सफाई और सुधार का काम किया जाएगा.
साथ ही कुर्जी नाला का निर्माण लोड बियरिंग तकनीक के जरिए होगा, जो इंजीनियरिंग की दृष्टि से अधिक टिकाऊ और ट्रैफिक-फ्रेंडली बताया जा रहा है. दोनों परियोजनाओं में बॉक्स ड्रेन, चार लेन की सड़क, प्रीकास्ट मैनहोल कवर, स्ट्रीट लाइटिंग और सौंदर्यीकरण जैसे तत्त्व जोड़े गए हैं—जो यह दर्शाते हैं कि यह महज़ जलनिकासी परियोजना नहीं, बल्कि एक शहरी कायाकल्प की कोशिश है.
इस शिलान्यास कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, विधायक डॉ. संजीव चौरसिया समेत कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ भी मौके पर मौजूद रहे.