Bihar Police: बिहार पुलिस नशे के खिलाफ अलग से दो यूनिट बनाने जा रही है. केंद्र सरकार के पास इसके लिए जो प्रस्ताव भेजा गया था, उसकी मंजूरी मिल गई है. इसकी जानकारी एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने दी. उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थ के खिलाफ लगातार कदम उठाया जा रहा है. बेचने वाले और सप्लायर के चेन को तोड़ा जा रहा है.
CID के अंतर्गत थी एक इकाई
बता दें कि दो यूनिट 1. साइबर क्राइम कम साइबर सिक्योरिटी इकाई 2. नशीली पदार्थ प्रॉहिबिटेशन इकाई अब तक NDPS एक्ट से जुड़े मामले इकोनॉमिक ऑफेंस विभाग देख रहा था. प्रॉहिबिटेशन को लागू करने के लिए सीआईडी के अंतर्गत ही एक इकाई थी. लेकिन समाज में जो बदलाव आया है, नशीले पदार्थों की खरीद बिक्री और खपत बढ़ी है, इसे रोकने के लिए दूसरे राज्यों के जैसे नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के अनुरूप बिहार में भी स्टेट एंटी नारकोटिक कम प्रॉहिबिटेशन को भी मंजूरी मिल गई है.
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नशे को लेकर मिल रही थी शिकायत
बता दें कि डीजीपी के जनता दरबार में भी बड़े पैमाने पर युवाओं के नशा करने के बारे में शिकायत मिल रही थी. वर्तमान में आरा और पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) ओपीएम के लिए हॉटस्पॉट में शामिल है. इसके अलावा झारखंड से सटे गया, चतरा के इलाके में इसका चेन बना हुआ है. इस चेन को तोड़ने का प्रयास जारी है. इस कड़ी में लगभग 6 से 7 लोगों की पहचान की गई है, जिनकी संपत्ति जब्त होगी.
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