सुबोध कुमार नंदन, पटना
प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाइ) के तहत बिहार ने वित्तीय समावेशन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है. 4 दिसंबर 2024 तक बिहार में कुल 6.15 करोड़ खाते (6,15,84,168) बैंक खाते खोले गये हैं, जिनमें 3.44 करोड़ (3,44,78,717) खाते पुरुषों के और 2.71 करोड़ खाते (2,71,05,451) महिलाओं के हैं. यह आंकड़ा वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग (सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय) ने जारी किया है. आंकड़ों के अनुसार प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत देश में अब तक 541.32 मिलियन यानी 54 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं. ये आंकड़े दर्शाते हैं कि बिहार में पुरुषों की भागीदारी अधिक रही है, जो कुल खातों का लगभग 56 फीसदी है, जबकि महिलाओं की भागीदारी 44 फीसदी के आसपास है, बिहार की ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़ी आबादी को देखते हुए यह आंकड़ा राज्य में वित्तीय समावेशन की मजबूत को दर्शाता है.
बिहार शीर्ष राज्यों में शामिल
बिहार देशभर में प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाताधारकों की संख्या के लिहाज से दूसरे स्थान पर है. बिहार में कुल 6.15 करोड़ जन धन खाते खोले गये हैं. पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है, जहां 9.65 करोड़ से अधिक खाते खोले गये हैं. तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है, जहां 5.27 करोड़ खाते हैं. ये आंकड़े बताते हैं कि राज्य की बड़ी आबादी अब औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जुड़ रही है. इससे न केवल बचत की आदत बढ़ रही है, बल्कि सरकार की सब्सिडी और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचना भी सुनिश्चित हो रहा है.
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जन धन योजना के तहत शीर्ष पांच राज्य
-उत्तर प्रदेश – 9.65 करोड़ खाते
– बिहार – 6.15 करोड़ खाते
– पश्चिम बंगाल -5.27 करोड़ खाते
– लक्षद्वीप – 4.44 करोड़ खाते
– पंजाब -3.62 करोड़ खाते
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