Bihar: पटना. जेपी गंगापथ परियोजना के तहत दीघा से शेरपुर होते बिहटा में कोईलवर पुल तक फोर लेन सड़क पर टोल टैक्स की वसूली होगी. इस योजना को हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (हैम) पर स्वीकृति दी गयी. बिहार सरकार की पहली परियोजना होगी, जिसे इस मॉडल से बनाया जाएगा. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने बताया कि जेपी गंगा पथ का 36.65 किलोमीटर लंबाई में विस्तारीकरण होना है.
राज्य सरकार लगायेगी 40 प्रतिशत राशि
हैम मॉडल पर योजना लागू करने से शुरुआत में बिहार सरकार को भूअर्जन व अन्य मद की राशि को छोड़ लगभग 40 फीसदी राशि ही वहन करनी होगी. शेष 60 फीसदी राशि एजेंसी लगाएगी. इस राशि की वसूली राज्य सरकार टोल टैक्स और बजट के माध्यम से योजना समाप्त होने के 15 वर्षों तक किस्तों में वहन किया जाएगा. इस परियोजना की विशेषता यह है कि इसकी लम्बाई कुल 35.65 किलोमीटर होगी, जिनमें 18 किलोमीटर एलिवेटेड सड़क होगी तथा शेष 17.65 किलोमीटर एटग्रेड सड़क होगी
आरा से पटना तक का सफर होगा सुगम
विभागीय जानकारी के अनुसार यह फोर लेन सड़क होगी. इसे दानापुर एवं शाहपुर से जोड़ा जाएगा. पश्चिम में यह जेपी गंगा सेतु के पास दीघा में जुटेगा तथा पश्चिम में यह कोईलवर के पास सोन पर बने पुल से जुड़ जाएगा. इससे आरा से पटना तक की यात्रा सुगम हो जाएगाी. इस परियोजना की कुल लागत 5500 करोड़ रुपये है. यह सड़क पटना के मैरिन ड्राइव को आरा तक विस्तार देगा.
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