Bihar Weather: बिहार में इस साल गर्मी के तेवर और भी तीखे होंगे. मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के पूर्वानुमान के मुताबिक, अप्रैल से जून तक राज्य में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है. खासतौर पर पश्चिमी बिहार में लू (हीट वेव) के मामले अधिक देखने को मिल सकते हैं. IMD की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों ही सामान्य से अधिक रहेंगे, जिससे प्रदेशवासियों को झुलसाने वाली गर्मी झेलनी पड़ेगी.
बिहार के हर हिस्से में चलेगी लू
IMD की आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार गर्मी की मार से बिहार का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रहेगा. विशेष रूप से दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम और उत्तर-मध्य बिहार में लू के दिन सामान्य से अधिक हो सकते हैं. हालांकि, पूर्वी बिहार में गर्म हवाएं तो चलेंगी, लेकिन लू के दिन तुलनात्मक रूप से कम रहने की संभावना है. पश्चिमी बिहार को सबसे अधिक गर्मी का सामना करना पड़ सकता है, जहां तीन से चार दिन तक लू चलने की आशंका जताई गई है.

प्री-मानसून बारिश में भी गिरावट का अनुमान
गर्मी से राहत देने वाली प्री-मानसून बारिश भी इस साल कम होने की संभावना है. IMD के मुताबिक, अप्रैल में सामान्य से कम बारिश होगी, जिससे तापमान में और वृद्धि हो सकती है. वहीं, रात के तापमान में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है, जिससे लोगों को दिन के साथ-साथ रात में भी राहत नहीं मिलेगी.
अप्रैल के पहले सप्ताह से ही बढ़ेगा तापमान
IMD पटना ने चेतावनी दी है कि अप्रैल की शुरुआत से ही तापमान में वृद्धि देखी जाएगी. अगले तीन दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है. हालांकि, फिलहाल कोई विशेष अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन गर्मी से बचाव के लिए पहले से ही सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
बचाव के लिए क्या करें?
- घर से बाहर निकलते समय छाता या टोपी का उपयोग करें.
- हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें.
- अधिक से अधिक पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें.
- धूप में बाहर जाने से बचें, खासतौर पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच.
- तेज धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन और चश्मे का उपयोग करें.
बिहार के लोगों को इस साल चिलचिलाती गर्मी का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में जरूरी है कि गर्मी से बचने के उपाय पहले से ही कर लिए जाएं. सरकारी एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की उम्मीद है.