Bihar weather today: बिहार इन दिनों भीषण बारिश और बाढ़ के संकट से जूझ रहा है. गली-कूचों से लेकर हाइवे तक पानी में डूबे हैं. कहीं नाव चल रही है तो कहीं लोग पलायन को मजबूर हैं. गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा और अब गंगा भी उफान पर हैं. मौसम विभाग ने चेताया है—अगले सात दिन और मुसीबतें बढ़ सकती हैं.
बिहार में सक्रिय मानसून ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. पटना, बक्सर, बांका, समस्तीपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर जैसे जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. पटना के अधिकांश घाट जलमग्न हो चुके हैं. बांका में 1995 के बाद पहली बार इतनी विकट स्थिति बनी है. बक्सर का स्टेट हाइवे तक डूब गया है.
ग्रामीण इलाकों में खेत-खलिहान और सड़कें जलमग्न हैं, तो शहरी गलियों में घुटनों तक पानी जमा हो चुका है. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. पीने का पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं बाधित हो चुकी हैं.
बाढ़ का कारण: रिकॉर्ड तोड़ बारिश
पिछले 24 घंटों में बांका में 30 साल का, पूर्णिया में 5 साल का वर्षा रिकॉर्ड टूट गया. रविवार को पूर्णिया में 270 मिमी बारिश हुई. राज्य में सामान्य से 33% कम बारिश की स्थिति अब घटकर केवल 28% हो गई है.
IMD अलर्ट: अगले सात दिन और भारी बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि उत्तर बिहार के लगभग सभी जिलों में अगले 7 दिनों तक मूसलाधार बारिश जारी रहेगी. गंडक, बागमती, कोसी और महानंदा जैसी नदियों के जलस्तर में और वृद्धि की आशंका है. गंगा नदी का जलस्तर भी कई जगह खतरे के निशान के करीब है. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
कौन-कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित
बांका: 30 साल में सबसे अधिक बारिश, बाढ़ जैसी स्थिति
पूर्णिया: 270 मिमी वर्षा, 5 साल का रिकॉर्ड टूटा
पटना: घाट जलमग्न, गली-मोहल्लों में जलभराव
बक्सर: स्टेट हाइवे डूबा
दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, शिवहर: पानी ही पानी
आज का मौसम कैसा रहेगा?
पश्चिम चंपारण, गोपालगंज और किशनगंज में आज भी भारी बारिश का अनुमान
उत्तर बिहार में मध्यम से भारी बारिश रुक-रुक कर होती रहेगी
दक्षिण बिहार में थोड़ी राहत, बादल छाए रहेंगे
बिहार के सामने इस वक्त एक बड़ा प्राकृतिक संकट खड़ा है. प्रशासन राहत और बचाव में जुटा है, लेकिन भारी बारिश और नदियों के उफान ने मुसीबतें और बढ़ा दी हैं. जनता से अपील है कि सतर्क रहें, प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करें और ज़रूरत हो तो ऊंचे व सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करें.
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