Bihar Flood: बिहार में कोसी नदी हर साल ऊफनाती है. इस साल बाढ़ की अवधि में पहली बार कोसी नदी का जलस्तर 75 हजार क्यूसेक को पार कर चुका है. बुधवार की शाम को कोसी नदी का जलस्तर इस लेवल पर रहा. जिसके बाद कोसी बराज के एक दर्जन फाटक खोल दिए गए. ताजा जानकारी के अनुसार, बराज के 14 फाटक खुले हुए हैं. वहीं बराह क्षेत्र में कभी बढ़ते तो कभी घटते क्रम में जलस्तर दर्ज हो रहा है. बाढ़ की आशंका को लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है.
कोसी का जलस्तर बढ़ा, तटबंध की निगरानी तेज
कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने लगा तो प्रशासन ने तटबंधों की चौकसी भी बढ़ा दी है. एसडीएम नीरज कुमार पूर्वी कोसी तटबंध का निरीक्षण करने निकले. उन्होंने बताया कि बाढ़ अवधि शुरू होने के बाद निर्देशानुसार तटबंधों की स्थिति का लगातार निरीक्षण किया जाना है.
तटबंध और स्पर पूरी तरह सुरक्षित- बोले एसडीएम
एसडीएम ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से कोसी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध पर सबसे बड़े स्पर 5.30 किलोमीटर पर मनरेगा के द्वारा जो काम कराया गया है उसके पास नदी के बढ़ते जलस्तर का प्रभाव पड़ा है. जिसका निरीक्षण करने आए थे. तीनों स्पर पर सबकुछ सामान्य है. एसडीएम ने बताया कि पूरे बाढ़ की अवधि में तटबंध पर निगरानी जारी रहेगी. अभी तटबंध और स्पर पूरी तरह सुरक्षित हैं.
कोसी नदी का जलस्तर क्यों बढ़ा?
कोसी नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी की वजह नेपाल में हुई बारिश है. बाढ़ नियंत्रण एवं जल नि:सरण के चीफ इंजीनियर वरूण कुमार ने यह बताया. उन्होंने कहा कि बाढ़ अवधि की शुरुआत हो गयी है. नेपाल में हुई बारिश के कारण ही कोसी के जलस्तर में मामूली बढ़ोतरी हुई है. अभी इंजीनियर और कर्मी तटबंध के स्पर पर 24 घंटे कार्यरत है.