Gopal Khemka Murder: पटना के चर्चित कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या की गुत्थी पुलिस ने लगभग सुलझा ली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हत्या की साजिश बिल्डर अशोक साह ने रची थी. कारोबारी विवाद और पुरानी रंजिश को लेकर उसने पेशेवर शूटर को सुपारी दी थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी बिल्डर, शूटर और एक गन सप्लायर को पकड़ा है, जबकि एक अन्य अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. इस पूरे मामले पर मंगलवार को शाम 5 बजे DGP प्रेस कांफ्रेंस करेंगे.
कारोबारी विवाद बनी हत्या की वजह?
पुलिस की जांच में सामने आया कि गोपाल खेमका और बिल्डर अशोक साह के बीच लंबे समय से व्यावसायिक लेनदेन को लेकर विवाद था. इसी रंजिश में अशोक साह ने सुपारी किलर उमेश उर्फ विजय को हायर किया और गोपाल की हत्या की साजिश रच डाली. 4 जुलाई को खेमका को उनके ही घर के बाहर गोलियों से भून दिया गया. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य टेक्निकल इनपुट के जरिए शूटर उमेश तक पहुंच बनाई.
शूटर उमेश गिरफ्तार, बड़ा खुलासा
8 जुलाई को पुलिस ने शूटर उमेश उर्फ विजय को मालसलामी इलाके से गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने कबूल किया कि खेमका की हत्या की उसे सुपारी दी गई थी. उसे एक लाख रुपए एडवांस दिए गए थे. पुलिस को उसके पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, बाइक, 80 कारतूस, दो मोबाइल और एक लाख नकद भी बरामद हुआ. उसने बताया कि वह दिल्ली में ‘विजय’ नाम से रहता था और पहचान छिपाकर काम करता था. उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने पटना सिटी के गंगा किनारे इलाके से हथियार भी बरामद किया और गन सप्लायर की तलाश शुरू की.
गन सप्लायर विकास उर्फ राजा एनकाउंटर में ढेर
शूटर उमेश के बताए अनुसार पुलिस विकास उर्फ राजा की तलाश में मालसलामी पहुंची. मंगलवार तड़के 4 बजे जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो विकास ने टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. घटनास्थल से एक पिस्टल, जिंदा गोली और खोखा बरामद हुआ है. मौके पर पटना सिटी SDPO-2, SP और SSP समेत कई अधिकारी पहुंचे. विकास उर्फ राजा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ कई हत्या और अवैध हथियार के मामले पहले से दर्ज थे. वह खुद भी सुपारी किलर रह चुका था.
बिल्डर अशोक साह गिरफ्तार, फ्लैट से पकड़ा गया
एसआईटी और STF ने उमेश की सूचना पर कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित उदयगिरी अपार्टमेंट में छापेमारी कर मुख्य साजिशकर्ता अशोक साह को गिरफ्तार किया. वह फ्लैट नंबर 601 में छिपा हुआ था. पुलिस ने इस फ्लैट से 3 लाख रुपए नकद भी जब्त किए हैं. यह वही फ्लैट है, जिसमें पहले कभी कुख्यात अपराधी अशोक सम्राट और रत्नेश्वर साह जैसे लोग भी रह चुके हैं.
साजिश में और भी कई लोग शामिल
पुलिस के मुताबिक, खेमका हत्याकांड की जांच लगातार जारी है. उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने पटना जंक्शन से एक अन्य संदिग्ध को हिरासत में लिया है और उदयगिरी अपार्टमेंट से तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए उठाया गया है. पुलिस को शक है कि साजिश में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, शूटर उमेश एक राजनीतिक पार्टी के विधान पार्षद (MLC) का भी करीबी बताया जा रहा है. पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है. फिलहाल पुलिस ने बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर लिया है, लेकिन इस केस में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है.