Chandan Murder Case: कुख्यात चंदन मिश्रा जब से पैरोल पर घर आया था, तब से उसके कुछ दोस्त लगातार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे थे. जैसे ही वह पटना के पारस हॉस्पिटल में एडमिट हुआ, साथ गए परिजन लगातार उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रहे थे, इसके साथ ही पूरी जानकारी भी शेयर कर रहे थे. बुधवार की सुबह ऑपरेशन की भी जानकारी सोशल मीडिया पर ही मिली थी.
अपराधियों को मिली थी सोशल मीडिया पर जानकारी
पुलिस का भी कहना है कि सोशल मीडिया पर सभी जानकारी शेयर करने से ही अपराधियों को भी पता लग गया था कि चंदन मिश्रा पारस हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड के 209 कमरे में भर्ती है. ऐसे में हत्यारों ने मुकम्मल रणनीति बनाई और अस्पताल में प्रवेश कर गुरुवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी.
हाईकोर्ट ने इलाज के लिए चंदन को भेजा था एम्स
कुख्यात चंदन अपने इलाज के लिए हाईकोर्ट में पैरोल के लिए आवेदन दाखिल किया था, जहां हाईकोर्ट ने उसे पुलिस कस्टडी में एक्स में इलाज कराने के लिए निर्देश दिया. पुलिस वालों ने उसे पटना के एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया. इसके साथ ही ऑपरेशन करने की बात कही. लेकिन चंदन मिश्रा द्वारा लेजर से ऑपरेशन कराने की इच्छा जाहर की गई. जिसपर एम्स के डॉक्टरों ने लेजर से ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद उसने फिर अपना इलाज के लिए पैरोल दाखिल किया. जिस पर हाईकोर्ट ने इलाज के लिए 15 दिनों का पैरोल दे दिया.
जेल में भी चंदन का होता रहा है दूसरे बदमाशों से विवाद
कुख्यात चंदन मिश्रा का आपराधिक इतिहास रहा है. वह 2011 में गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद उसे राजेद्र केसरी की हत्याकांड में उम्र कैद की सजा मिली. इस दौरान उसे भागलपुर जेल और गया जेल में भेजा गया. बताया जा रहा है कि वह जिस जेल में गया उसका किसी न किसी से विवाद होता रहा. हाल के दिनों में चंदन बेऊर जेल में बंद था. बक्सर के भी कई अपराधियों के साथ उसका विवाद रहा है.
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