संवाददाता, पटना
राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक में पढ़ाई कर रहे बच्चों को नये सत्र से पाठ्यपुस्तक के अलावा अलग से अभ्यास पुस्तिका दी जायेगी. इसमें हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय की बेहतर तैयारी को लेकर कलरफुल अभ्यास पुस्तिका तैयार की जा रही है. अभ्यास पुस्तिका में किसी विषय वस्तु को लिखकर बच्चे समझ सकेंगे. शिक्षा विभाग की यह पहल बच्चों में समझ को विकसित करने के उद्देश्य से की गयी है. इस अभ्यास पुस्तिका की जांच नियमित रूप से वर्ग शिक्षक करेंगे. शिक्षक अभ्यास पुस्तिका में होमवर्क भी देंगे. स्कूलों में नये सत्र की पढ़ाई अप्रैल के प्रथम सप्ताह में शुरू होगी. इससे पहले शिक्षा विभाग ने बच्चों को अभ्यास पुस्तिका वितरित करने का लक्ष्य रखा है. शिक्षा विभाग का कहना है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले बच्चों को निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई पूरी कर लेनी है, ताकि बच्चे मूल पाठ्य पुस्तक के साथ अभ्यास पुस्तिका से अध्ययन कर अर्द्धवार्षिक परीक्षा में अच्छा ग्रेड प्राप्त कर सकें. बच्चों को गणित विषय को छोड़कर हिंदी और अंग्रेजी में बच्चों को कक्षाओं में बोलकर पढ़ाने का भी अभ्यास कराया जायेगा. इससे जो बच्चे पढ़ेंगे वह भूलेंगे नहीं और आम बच्चों के बीच बोलने की झिझक भी टूटेगी.कक्षा छह से आठ के बच्चे पढ़ेंगे कंप्यूटर की पुस्तक
सरकारी स्कूल के कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को इस बार मूल पाठ्यक्रम के अलावा अलग से कंप्यूटर की किताबें दी जायेंगी, ताकि बच्चों को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी मिल सके. निजी स्कूलों में यह नियम पहले से लागू है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि निजी स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों के बच्चे भी कंप्यूटर की जानकारी प्राप्त करेंगे. आज के समय में प्रत्येक बच्चे को कंप्यूटर की जानकारी रखना आवश्यक है. सभी बच्चों को कंप्यूटर की पुस्तक दी जायेगी. कक्षा एक से पांचवीं तक बच्चों के लिए अभ्यास पुस्तिका काफी लाभदायक साबित होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है