संवाददाता, पटना
सीआइएमपी, बिहार और एसजीटी विश्वविद्यालय एक कार्यक्रम उच्च शिक्षा नेताओं का सम्मेलन 2025 का आयोजन 25 जुलाई को किया जायेगा. सम्मेलन का आयोजन श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय कैंपस गुरुग्राम में सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक किया जायेगा. इस कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश; जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू और कश्मीर; विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग, झारखंड और चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान, पटना, बिहार के सहयोग से किया जा रहा है. सम्मेलन में न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के आलोक में राष्ट्र निर्माण विषय पर चर्चा की जायेगी. इसके साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पांच साल पूरे होने पर इसकी भूमिका और उद्देश्य पर भी विस्तार से चर्चा की जायेगी. कार्यक्रम में सामाजिक परिवर्तन के लिए शिक्षा, शैक्षणिक स्वतंत्रता और संस्थागत नवाचार, कौशल संरेखण के लिए नये शिक्षण विधियों, भाषा और भारतीय ज्ञान परंपराओं पर विशेषज्ञ अपनी राय साझा करेंगे. प्रो हेमंत वर्मा, वीसी, एसजीटी विश्वविद्यालय ने प्रारंभिक कहा कि जब हम एनइपी 2020 के पांच वर्षों का जश्न मनाते हैं, तो यह सम्मेलन शैक्षणिक नेताओं के लिए विचार करने, सहयोग करने और भारतीय शिक्षा के भविष्य को आकार देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है. प्रो डॉ राणा सिंह, निदेशक (सीआइएमपी) ने कहा कि नयी शिक्षा नीति 2020 केवल एक सुधार नहीं है, यह एक पुनर्जागरण है, जो भारत की प्राचीन ज्ञान को इसके भविष्य की आकांक्षाओं से फिर से जोड़ता है. सम्मानित पैनलिस्टों में प्रोफेसर हेमंत वर्मा, वीसी, एसजीटी विश्वविद्यालय, विनय साहस्रबुद्धे, प्रोफेसर उमेश राय समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और शिक्षा विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है