अनुपम कुमार, पटना : पटना नगर निगम के मॉडर्न टॉयलेट में बाथरूम नहीं है, फिर भी इस पर 10 रुपये यूजर चार्ज का रेट चिपका दिया गया है . इससे लोगों में भ्रम फैल रहा है. नगर निगम ने शहर में 20 से अधिक जगहों पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मॉडर्न टॉयलेट बनवाने का निर्णय लिया है. इनमें चार का निर्माण पूरा हो गया है, जबकि लगभग आधा दर्जन जगहों पर निर्माण चल रहा है. नये बने चार टॉयलटों की गुरुवार को की गयी पड़ताल में प्रभात खबर की टीम ने पाया कि इनमें बाथरूम की सुविधा नहीं दी गयी है, इसके बावजूद टॉयलेट पर शुल्क की जो सूची चिपकायी गयी है, उसमें बाथरूम के इस्तेमाल का चार्ज 10 रुपये लिखा दिखा. वहां तैनात महिला कर्मी पूनम देवी से जब पूछा गया, तो उन्होंने एक खाली रूम की ओर ईशारा किया. लेकिन उसमें पानी आने के लिए कोई नल, शावर या अन्य स्रोत नहीं था. बाद में एक अन्य कर्मी से पूछताछ में पता चला कि वह महिलाओं द्वारा बच्चों को दूघ पिलाने या सैनिटरी पैड बदलने के लिए बनाया गया फीडिंग या चेंजिंग रूम है.
पटना हाइकोर्ट के पास चालू है टॉयलेट
प्रभात खबर की टीम दोपहर में जब पटना हाइकोर्ट के पास के बने टॉयलेट पर पहुंची, उस समय सुपरविजन के लिए टीम पहले से आयी थी. उसके सदस्यों ने बताया कि इसके कारण गुरुवार को इसका इस्तेमाल कुछ देर के लिए बंद करवा दिया गया है. उनके जाने के बाद यह फिर से शुरू हो जायेगा. वहां तैनात महिला कर्मी ने बताया कि 15 अप्रैल से इसकी शुरुआत की गयी है सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक 15 घंटे यह हर दिन खुला रहता है.जानकारी के अभाव में कम लोग कर रहे इस्तेमाल
पटना जू के गेट नंबर एक पर बने मॉर्डन टॉयलेट के केयर टेकर पिंटू कुमार ने बताया कि प्रतिदिन 40-50 लोग ही आ रहे हैं. उनमें भी अधिकतर यूरिनल का इस्तेमाल करने के लिए ही आते हैं, वहीं, पटेल गोलंबर पर लोजपा ऑफिस के पास के मॉर्डन टॉयलेट में ताला जड़ा था. पूछताछ में पता चला कि दो-तीन दिन पहले ही निर्माण पूरा हुआ है और मलबे को अभी साफ नहीं किया गया है. बिस्कोमान भवन के पास बने मॉर्डन टॉयलेट की व्यवस्था बेहतर दिखी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है