बिहटा . प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), बिहटा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 फरवरी 2025 को किया था. चार महीने बीतने के बावजूद आमजन के लिए चालू नहीं हो सका है. मंगलवार को पटना के सिविल सर्जन डॉ अविनाश सिंह ने जब अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, तो वहां की बदहाल स्थिति पर गहरी नाराज़गी ज़ाहिर की. अस्पताल परिसर में गंदगी फैली थी, दीवारों में दरारें दिखीं और ज़रूरी चिकित्सकीय उपकरणों की अब तक आपूर्ति नहीं हो पायी है. उन्होंने निर्माण एजेंसी, इंजीनियर और संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी. सिविल सर्जन ने बताया कि भवन की अंदरूनी हालत बेहद खराब है. चार महीने के भीतर ही दीवारों में दरारें पड़ जाना निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करता है. अस्पताल का निर्माण बीएमएसआइसीएल के तहत हुआ है, लेकिन संस्था ने संचालन शुरू कराने के लिए कोई गंभीर पहल नहीं की है. निरीक्षण के दौरान डॉ सिंह ने बीएमएसआइसीएल के अधिकारियों से फोन पर बात की, जिसके बाद आश्वासन दिया गया कि 10 दिनों के भीतर अस्पताल शुरू कर दिया जायेगा. सिविल सर्जन ने कहा कि तय समय सीमा के बाद वे दोबारा निरीक्षण करेंगे और फिर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने सवाल उठाया कि जब उद्घाटन के समय सब कुछ तैयार दिखाया गया था, तो फिर चार महीने बाद भी अस्पताल बंद क्यों है. इसे आम जनता के साथ धोखा बताते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य विभाग अब किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा.
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