प्रतिनिधि, बिहटा
ग्रामीण इलाकों की दर्जनों युवतियां इन दिनों होमगार्ड बनने के लक्ष्य को लेकर कड़ी मेहनत कर रही हैं. सुबह की पहली किरण के साथ ही जी.जे. कॉलेज मैदान, सदिसोपुर मिडिल स्कूल परिसर और सहवाजपुर की झुग्गी-झोपड़ी कॉलोनी का खेल मैदान जीवंत हो उठता है, जहां युवतियां दौड़, गोला फेंक, लंबी कूद और ऊंची कूद जैसी शारीरिक परीक्षाओं की तैयारी करती नजर आती हैं . तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी भी इनके हौसले को नहीं तोड़ पा रही है. पसीने से लथपथ चेहरों पर आत्मविश्वास की चमक साफ दिखाई देती है. एक प्रतिभागी कहती हैं कि पहले घर तक ही सीमित थी, लेकिन अब वर्दी पहनकर देश की सेवा करना चाहती है. ये बेटियां अपने हौसले से यह साबित कर रही हैं कि सुदूर गांवों की गलियों से भी वर्दी तक का रास्ता तय किया जा सकता है. बस ज़रूरत है जज्बे और जुनून की. सदिसोपुर खेल मैदान पर तैयारी कर रही स्वेता कुमारी, सोनी कुमारी, निभा कुमारी, सोनाली कुमारी और कुशुम कुमारी सहित अन्य लड़कियों ने बताया कि वे सभी होमगार्ड बहाली की तैयारी में जुटी हैं.
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