बिहार के सीतामढ़ी में एक युवक को आठ से 10 दिनों तक साइबर शातिरों ने डिजिटल अरेस्ट करके रखा. उससे 22 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर ली. सुनियोजित ढंग से जाल बिछाकर उसे उलझाया गया. खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट का अधिकारी बताकर बदमाशों ने युवक को झांसे में लिया. फर्जी थाना भी उसे मोबाइल के जरिए दिखाया गया.
सीतामढ़ी के युवक को ठगों की टीम ने बनाया शिकार
सीतामढ़ी के डुमरा का यह मामला है. यहां के निवासी आकाश से डिजिटल फ्रॉड की टीम ने 22.34 लाख रुपये की ठगी कर ली है. यह ठगी फ्रॉड की एक टीम ने पूरी सुनियोजित ढंग से जाल बिछाकर की है. वर्षों की जमा पूंजी गंवाने के बाद युवक ने साइबर थाने में अज्ञात फ्रॉड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
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ठगों ने कॉल कर एफआइआर की दी जानकारी
साइबर फ्रॉड की एक पूरी टीम थी जिसने मिलकर यह ठगी की. बताया गया है कि फ्रॉड ने उसे एक मोबाइल नंबर से कॉल कर खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट का कर्मी बताया. आकाश को उसके खिलाफ टेलीकॉम के 24 एफआइआर दर्ज होने की जानकारी दी. वह जब तक कुछ समझ पाता कि तुरंत दूसरे नंबर से वॉट्सएप कॉल आयी. उसके नंबर को बंद करने की चेतावनी दी गयी. दूसरा कॉल करने वाला फ्रॉड खुद को पुलिस वाला बताया. आकाश को ”जैसा कह रहे हैं वैसा करो” अन्यथा जेल भेज दिए जाओगे, की धमकी दी. तबतक आकाश फ्रॉड की टीम का माजरा पूरी तरह नहीं समझ सका था.
फर्जी साइबर हेल्पलाइन का नंबर भी दिया
आकाश ने इस दौरान फ्रॉड से कहा कि वह इसकी शिकायत साइबर पुलिस से करेगा. फिर फ्रॉड ने उसे मदद का भरोसा दिलाकर फर्जी साइबर हेल्पलाइन का नंबर उपलब्ध करा दिया. शिकायत करने की बात कही. वह नंबर भी फ्रॉड की टीम के साथी का ही था.
फर्जी थाना भी दिखाया
फ्रॉड की टीम ने आकाश को मोबाइल के जरिए फर्जी थाना और पुलिसकर्मियों को भी दिखाया. यह सब देख आकाश सहम गया. उसे 24 प्राथमिकी वाली फ्रॉड की बात पर एक पल के लिए यकीन हो गया. उसका यह यकीन तब और बढ़ गया, जब उसे फोन पर ही उसका आधार नंबर, पैन नंबर के साथ बैंकों का खाता नंबर बताया गया.
मनी लॉन्ड्रिंग के केस को लेकर भी डराया
आकाश मोबाइल पर फर्जी थाना और फर्जी पुलिसकर्मियों के बीच चल रही बातचीत सुन रहा था. वह यह सुना कि मामला गंभीर है. इसमें अरेस्ट किया जायेगा. आकाश को उसके एटीएम कार्ड का भी डिटेल भेजा गया. उससे कहा गया कि उसके खिलाफ दो करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस है. ठगों ने युवक को डिजिटल अरेस्ट कर जेल भेजने का भय दिखाकर अगले दिन फ्रॉड ने खाते में जमा राशि की जांच की बात कही.
10 दिनों में ऐंठ लिए 22 लाख से अधिक रुपए
इस तरह से लगातार आठ-दस दिनों के अंदर फ्रॉड की टीम उससे 22 लाख 34 हजार रुपये की ठगी कर ली. आकाश ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर- 1930 पर शिकायत करने के बाद स्थानीय साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.