Patna: पटना में एक बार फिर साइबर ठगी का शातिर चेहरा सामने आया है. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने दानापुर के सगुना मोड़ इलाके में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर से दो लाख रुपये की अवैध मांग करने के आरोप में दो भाइयों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी खुद को रिटायर्ड IAS अधिकारी बताकर डॉक्टर को डराने और ईडी की कार्रवाई से बचाने का झांसा दे रहे थे.
फर्जी वाट्सएप प्रोफाइल से हुआ खेल शुरू
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने सेवानिवृत्त कमिश्नर कारू राम के नाम से फर्जी वाट्सएप अकाउंट तैयार किया था. इसी प्रोफाइल से डॉक्टर को कॉल किया गया और कहा गया कि ईडी उनके अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने वाली है. डर के माहौल में डॉक्टर को भरोसे में लेकर केस मैनेज करने के नाम पर दो लाख रुपये की डिमांड की गई.
डॉक्टर की सतर्कता से फंसा पूरा गिरोह
डॉक्टर को आरोपियों की बातों पर शक हुआ. उन्होंने मामले की सूचना सीधे EOU को दी. इसके बाद DIG संजय कुमार के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई हुई. टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपियों को ट्रैक किया गया और रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी भाई हैं—राजेश कुमार और रंजीत कुमार. ये दानापुर थाना क्षेत्र के वार्ड 15, सुल्तानपुर भट्ठा के निवासी हैं और साधु सिन्हा के पुत्र बताए जा रहे हैं. दोनों से पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं.
मिले मोबाइल, फर्जी चैट और कॉल रिकॉर्डिंग
EOU की टीम ने छापेमारी के दौरान इनके पास से दो कीपैड मोबाइल और एक स्मार्टफोन बरामद किया है. फॉरेंसिक जांच में व्हाट्सएप पर की गई फर्जी चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और दूसरे डिजिटल सबूत मिले हैं, जो इस गिरोह की पेशेवर ठगी को साफ तौर पर उजागर करते हैं.
अब बैंक खातों और नेटवर्क की जांच में जुटी EOU
EOU अब यह पता लगा रही है कि इन आरोपियों ने इससे पहले किन-किन लोगों को निशाना बनाया और कौन-कौन से बैंक खाते इस साइबर ठगी में इस्तेमाल हुए. आशंका है कि इस गोरखधंधे में कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं.
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DIG की जनता से अपील: झांसे में न आएं, तुरंत शिकायत करें
EOU के DIG संजय कुमार ने आम लोगों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति खुद को ED, CBI या किसी अन्य एजेंसी का अधिकारी बताकर पैसे मांगता है, तो उसकी बातों में न आएं. ऐसे किसी भी प्रयास की तुरंत सूचना पुलिस या EOU को दें। कानून ऐसे मामलों में बेहद सख्त है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.