संवाददाता, पटना: दुल्हिनबाजार पुलिस ने एक युवती के अगवा होने के आवेदन पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की. यहां तक कि प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की. जांच में दुल्हिनबाजार के थानाध्यक्ष भृगुनाथ सिंह की लापरवाही सामने आने पर एसएसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया और पुलिस लाइन वापस बुला लिया है. फिलहाल, दुल्हिनबाजार थाने में थानाध्यक्ष के पद पर किसी की तैनाती नहीं की गयी है. एसएसपी ने बताया कि जांच में यह बात सामने आयी है कि इस मामले में दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष के स्तर पर घोर लापरवाही की गयी है. इस मामले में न तो संवेदनशीलता दिखायी गयी और न ही प्राथमिकी दर्ज की गयी. दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है.
चचेरे बहनोई पर था युवती को अगवा करने का आरोप
युवती की मां ने 25 अप्रैल को दुल्हिन बाजार थाने को एक आवेदन दिया था और यह जानकारी दी थी कि उनके घर में आयोजित शादी कार्यक्रम के दौरान बेटी को उसके चचेरे बहनोई ने अगवा कर लिया है. इसके बाद युवती की मां कई बार दुल्हिन बाजार थाने का चक्कर लगाते रहीं. लेकिन, पुलिस ने उनकी शिकायत को न तो गंभीरता से लिया और न ही प्राथमिकी दर्ज की. इसके बाद अंत में युवती की मां डीजीपी विनय कुमार के पास पहुंची और कार्रवाई करने की गुहार लगायी. डीजीपी के माध्यम से आवेदन एसएसपी अवकाश कुमार को मिला और उन्होंने पालीगंज डीएसपी टू उमेश्वर चौधरी से करायी. पालीगंज डीएसपी ने इस मामले में थानाध्यक्ष की लापरवाही पायी. इसकी रिपोर्ट उन्होंने एसएसपी को कर दी. इसके बाद एसएसपी ने दुल्हिन बाजार थानाध्यक्ष भृगुनाथ सिंह को निलंबित कर दिया. इधर, युवती के अगवा होने के मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है. साथ ही युवती को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस युवती का बयान कराने के साथ ही मेडिकल जांच कराने की कार्रवाई कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है