संवाददाता, पटना रविवार को राजधानी में ईस्टर का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया. यह पर्व ईसा मसीह के पुनरुत्थान की स्मृति में ईसाई समुदाय द्वारा हर वर्ष हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. चर्चों को रंग-बिरंगी रोशनी, फूलों और क्रॉस की सजावट से सजाया गया और विशेष प्रार्थना सभाएं की गयी. सुबह-सवेरे लोग चर्च में एकत्रित हुए और सनराइज़ सर्विस यानी सूर्योदय की विशेष आराधना में भाग लिया. कुर्जी चर्च में रविवार को पहला मिस्सा सुबह सात बजे और दूसरा मिस्सा सुबह 8.30 बजे अर्पित किया गया. इसमें बड़ी संख्या में मसीही मौजूद रहे. कुर्जी चर्च के मुख्य पुरोहित फादर सेल्विन जेवियर ने इस दिन के धार्मिक महत्व को बताते हुए प्रवचन दिये. उन्होंने कहा कि ईस्टर हमें आशा, पुनरुत्थान और नये जीवन का संदेश देता है. यह अंधकार पर प्रकाश, मृत्यु पर जीवन और निराशा पर आशा की विजय का प्रतीक है. मिस्सा के मौके पर सहायक पल्ली पुरोहित फादर संजय मरांडी, फादर रौशन आदि मौजूद रहे. सोशल मीडिया पर भी हैप्पी इस्टर संदेश छाये रहे. राजन क्लेमेंट साह ने बताया कि इस्टर का यह पर्व केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और भाईचारे का संदेश भी लेकर आता है. इस अवसर पर अनेक लोग जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और अन्य सामग्री दान करके मानवीयता की मिसाल पेश करते हैं. उन्होंने बताया कि इस्टर प्रभु यीशु मसीह मृत्यु के तीसरे दिन जी उठे थे. उनके पुनरुत्थान की स्मृति में ईस्टर पर्व संपूर्ण ईसाई जगत में धूमधाम से मनाया जाता है.
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